Uma Bharti का ऐलान- जब तक शराब नीति नहीं बनती, तब तक करेंगी 'वनवास', जानिए पूरा मामला

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Oct 08, 2022, 07:01 AM IST

उमा भारती चलाएंगी दो महीने का अभियान

Uma Bharti Latest News: बीेजेपी नेता उमा भारती ने ऐलान किया है कि जब तक नई शराब नीति नहीं बन जाती, तब तक वह घर के बजाय जंगलों और टेंट में रहेंगी.

डीएनए हिंदी: मध्य प्रदेश की पूर्व सीएम उमा भारती (Umar Bharti) ने शराब के खिलाफ नई मुहिम छेड़ दी है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की नेता उमा भारती ने ऐलान किया है कि जब तक नई शराब नीति (Excise Policy) नहीं बनती, तब तक वे घर में रहने के बजाय जंगल, टेंट और मंदिरों में रहेंगी. उमा भारती ने कहा है कि अपना लक्ष्य हासिल कर लेने तक वह घर में नहीं रहेंगी. उन्होंने कहा है कि उनका यह अभियान 7 नवंबर से शुरू होकर 14 जनवरी तक चलेगा. इस दौरान वह शराब की दुकानों के सामने टेंट लगाकर चौपाल लगाएंगी. उमा भारती ने लंबे समय से मध्य प्रदेश में शराब के खिलाफ आंदोलन छेड़ रखा है.

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, '7 नवंबर से लक्ष्य प्राप्ति तक, जब तक हम अपने लक्ष्य की प्राप्त नहीं कर लेते और जो बातें तय हुई हैं उसे हासिल नहीं कर लेते तब तब मैं घर में नहीं रहूंगी. मैं जंगलों में रहूंगी, खुले में रहूंगी, टेंट में रहूंगी धार्मिक स्थानों पर रहूंगी, नदी किनारे या किसी पेड़ के नीचे या गलत जगह पर शराब की दुकान या अहाते के सामने टेंट लगाकर छोटी सी चौपाल लगाऊंगी.'

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दो महीने चलेगा भ्रमण अभियान
उन्होंने आगे कहा कि यह भ्रमण अभियान 7 नवंबर से 14 जनवरी 2023 यानी मकर संक्रांति तक चलेगा. उमा भारती ने कहा कि मध्यप्रदेश के यशस्वी और आत्मबली मुख्यमंत्री ने जिस प्रकार से नशा शराब विरोधी जन आंदोलन को सरकारी अभियान घोषित कर दिया यह भारत का अनोखा अभियान होगा. उमा भारती पिछले दिनों शराब की दुकान पर पत्थर चलाने को लेकर चर्चा में थी. अब उन्होंने राज्य सरकार की कार्रवाई पर संतोष जताया और कहा कि सरकार के अभियान से यह लगता कि जन हितैषी शराब नीति के लिए मध्यप्रदेश अन्य राज्यों के लिए मॉडल स्टेट बनेगा.

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उमा भारती ने आगे कहा कि मेरे मन को उनकी यह बात मथ रही थी और इसीलिए मैंने भी इस भ्रमण अभियान की घोषणा की है यह सरकारी या राजनीतिक नहीं होगा यह पूरी तरह से एक फकीर-फक्कड़ का अभियान होगा ताकि सरकारी अभियान के लिए भी हम सहयोगी की भूमिका में रहें. अपने फैसले को स्पष्ट करते हुए उमा भारती ने कहा कि मेरे इस निर्णय के पीछे का कारण अभी हाल ही में बंद किए गए कुछ अहाते एवं दुकानों का उदाहरण है.

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