'BJP ने मंत्री के साथ रचा 'लाल डायरी' का षड्यंत्र' अशोक गहलोत का बड़ा आरोप

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 15, 2023, 07:28 PM IST

Ashok Gehlot

अशोक गहलोत ने कहा ‘वैसे तो पता नहीं कि लाल डायरी और काली डायरी कौन सी है पर मुझे ऐसा लगता है कि यह सब केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के अंदर रचे गए षड्यंत्र के तहत हुआ.

डीएनए हिंदी: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को आरोप लगाया कि कथित 'लाल डायरी' का षडयंत्र भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं ने राजस्थान के एक तत्कालीन मंत्री के साथ मिलकर रचा था. गहलोत ने कहा कि उन्हें इसकी चिंता नहीं है बल्कि उनका उद्देश्य राज्य में कांग्रेस की सरकार दोबारा बनवाना है.

दरअसल, राजस्थान सरकार के मंत्रिमंडल से बर्खास्त राजेंद्र गुढ़ा ने आरोप लगाया था कि राज्य सरकार के नेताओं के 'अवैध लेनदेन' का ब्यौरा लाल डायरी में दर्ज था, जिसे सीएम अशोक गहलोत ने जला दिया. डायरी के कुछ पन्नों की कथित तस्वीर हाल ही में सोशल मीडिया पर आई थी. इस बारे में पूछे जाने पर गहलोत ने एक बार फिर केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा.

‘लाल डायरी’ के नाम पर रचा षड़यंत्र
अशोक गहलोत ने पार्टी के 'वार रूम' में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ‘वैसे तो पता नहीं कि लाल डायरी और काली डायरी कौन सी है पर मुझे ऐसा लगता है कि यह सब केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के अंदर रचे गए षड्यंत्र के तहत हुआ. वहां पर डायरी को ‘लाल डायरी’ नाम दिया गया.’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार दिन बाद सीकर आने वाले थे. उससे पहले उस व्यक्ति का दुरुपयोग किया गया जो हमारा मंत्री था. उससे बात करके यह सब भाजपा के नेताओं ने मंत्री (राजेंद्र गुढ़ा) के साथ में किया.’ 

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मुख्यमंत्री ने यह भी कहा, ‘इसलिए अगर लाल डायरी की बात करें या कहें कि पन्ने आ रहे हैं जा रहे हैं. तो हम लोगों को उसकी चिंता नहीं है. हमारा एक ही उद्देश्य है कि कांग्रेस की सरकार दोबारा बने. हमने अच्छा काम किया है, अच्छा प्रशासन दिया है जिससे हमें यकीन है कि आम जनता हमारे कामों पर ठप्पा लगाएगी.’ 

PM मोदी पर साधा निशाना
गहलोत ने मणिपुर के हालात को लेकर भी केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश का एक राज्य जल रहा है लेकिन इसकी गंभीरता प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह समझ नहीं पा रहे हैं. प्रधानमंत्री एक बार भी वहां नहीं गए, वहां के लिए एक टिप्पणी तक नहीं की। जो टिप्पणी उन्होंने की वह यह थी कि मणिपुर, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को चाहिए कि शांति बनाए रखें. उन्होंने कहा कि मणिपुर की घटना को तवज्जो न देने के लिए ऐसा किया गया. (PTI इनपुट के साथ)

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