डीएनए हिंदी: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha) के लिए चार और उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. इसमें उत्तर प्रदेश से दो और कर्नाटक और मध्य प्रदेश से एक-एक नाम शामिल हैं. बीजेपी ने प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javdekar) और मुख्तार अब्बास नकवी जैसी दिग्गज नेताओं का पत्ता काट दिया है. वहीं, कुछ ऐसे नामों का ऐलान किया है जो अप्रत्याशित बताए जा रहे हैं.
बीजेपी की ओबीसी शाखा के प्रमुख के. लक्ष्मण को उत्तर प्रदेश से, सुमित्रा वाल्मीकि को मध्य प्रदेश से, लाल सिंह सिरहोया को कर्नाटक से और मिथिलेश कुमार को उत्तर प्रदेश से उम्मीदवार बनाया है. इसके साथ ही राज्यसभा चुनावों के लिए बीजेपी कुल 22 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है. हालांकि, बीजेपी की इस लिस्ट से पार्टी के प्रमुख नेताओं जैसे केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और वरिष्ठ नेताओं विनय सहस्त्रबुद्धे, प्रकाश जावड़ेकर और ओपी माथुर का नाम गायब है. राष्ट्रपति चुनाव से महज एक महीने पहले हो रहे राज्यसभा चुनाव बेहद महत्वपूर्ण हैं.
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यूपी से मिथिलेश कुमार और के. लक्ष्मण जाएंगे राज्यसभा
उत्तर प्रदेश से अपने उम्मीदवार के रूप में बीजेपी ने मिथिलेश कुमार और के लक्ष्मण के नामों की घोषणा की. मिथिलेश कुमार शाहजहांपुर से लोकसभा के पूर्व सदस्य हैं. वह 2009 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर लोकसभा के लिए चुने गए थे. वह एक बार निर्दलीय (2002-2007) और फिर समाजवादी पार्टी के टिकट (2007-2012) पर शाहजहांपुर जिले के पोवायां विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं.
वहीं, के लक्ष्मण बीजेपी के ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. वह पार्टी की तेलंगाना इकाई के पूर्व अध्यक्ष भी थे. इसके साथ ही बीजेपी ने राज्यसभा चुनाव के लिए यूपी से आठ उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है. पार्टी ने रविवार को उत्तर प्रदेश से कुल छह उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की थी.
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लक्ष्मीकांत बाजपेयी और बाबूराम निषाद को भी मिला टिकट
यूपी से राधा मोहन दास अग्रवाल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी, मौजूदा राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र सिंह नागर, बाबूराम निषाद, दर्शना सिंह और संगीता यादव को भी राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है. बाबूराम निषाद वर्तमान में उत्तर प्रदेश पिछड़ा वर्ग वित्त विकास निगम के अध्यक्ष हैं. दर्शना सिंह बीजेपी की महिला इकाई की प्रदेश अध्यक्ष रह चुकी हैं. वहीं, संगीता यादव गोरखपुर जिले की चौरी-चौरा विधानसभा सीट से विधायक रह चुकी हैं.
उत्तर प्रदेश विधानसभा के हाल में संपन्न चुनाव में बीजेपी ने 255 सीट जीती थी जबकि उसके सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) को 12 और निषाद पार्टी को छह सीटों पर कामयाबी हासिल हुई थी. मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने 111 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि उसके सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल को आठ और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को छह सीटें मिली थीं.
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बीजेपी को 8 तो सपा को 3 सीटें होंगी हासिल
उत्तर प्रदेश विधानसभा में कुल 273 विधायकों के साथ एनडीए गठबंधन अपने आठ उम्मीदवारों को आसानी से राज्यसभा का चुनाव जिता सकता है। वहीं, कुल 125 विधायकों वाले सपा गठबंधन के पास अपने तीन उम्मीदवारों को जिताने लायक संख्या बल है. उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए कुल 31 सदस्य चुने जाते हैं जिनमें से 11 सदस्यों का चुनाव हो रहा है. इसके लिए मतदान आगामी 10 जून को होगा. जिन 11 सीटों के लिए चुनाव हो रहा है उनमें से बीजेपी के पांच, सपा के तीन, बहुजन समाज पार्टी के दो और कांग्रेस के एक सदस्य का कार्यकाल जुलाई में समाप्त हो रहा है.
निर्वाचन आयोग के मुताबिक राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख 31 मई है. 1 जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 3 जून तक नाम वापस लिए जा सकेंगे. मतदान 10 जून को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक होगा. उसी दिन मतगणना भी होगी. हालांकि, ज्यादातर सीटों पर एक ही उम्मीदवार होने की वजह से यह उम्मीद जताई जा रही है कि वोटिंग की बारी ही नहीं आएगी.
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