Shyama Mandir Controversy: मुस्लिमों को प्रणाम करके बोले गिरिराज सिंह, 'सिर्फ झटका मीट खाएं हिंदू'

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Dec 18, 2023, 11:01 AM IST

Giriraj Singh

Shyama Mandir Controversy: श्यामा मंदिर में बलि प्रथा पर रोक लगाए जाने के बाद गिरिराज सिंह ने हिंदुओं से अपील की है कि वे सिर्फ झटका मीट ही खाएं.

डीएनए हिंदी: बिहार के श्यामा मंदिर में बलि पर रोक लगाने के फैसले के खिलाफ केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भी उतर आए हैं. इसी के बहाने गिरिराज सिंह ने हिंदुओं से अपील की है कि वे सिर्फ झटका मीट ही खाएं. उन्होंने यह भी कहा है कि वह खुद झटका मीट की दुकान भी खुलवाएंगे. गिरिराज सिंह ने मुस्लिमों की तारीफ करते हुए कहा कि वे अपने धर्म के प्रति इतने समर्पित और कट्टर हैं कि कोई उन्हें झटका मीट नहीं खिला सकता है, वे सिर्फ हलाल मीट ही खाते हैं. इसी तर्क के आधार पर उन्होंने हिंदुओं से अपील की है कि वे हलाल मीट न खाकर सिर्फ झटका मीट ही खाएं.

गिरिराज सिंह कहते हैं, 'कोई मुसलमानों को झटका खिला दे. मैं मुसलमानों को प्रणाम करता हूं कि वे अपने धर्म के प्रति एकदम अडिग और कट्टर हैं. यह अब हिंदुओं को भी समझना पड़ेगा. सनातन धर्म में बलि प्रथा है और बलि प्रथा में झटका होता है. अगर वह रुक गया तो वह अशुद्ध हो गया. यहीं बेगुसराय के लखनपुर मंदिर में होता है, मैं खुद झटका मीट की दुकान खुलवाऊंगा.'

यह भी पढ़ें- दाऊद इब्राहिम को दिया गया जहर? अस्पताल में एडमिट हुआ 'डॉन'

गिरिराज सिंह ने हिंदुओं से की अपील
श्यामा मंदिर के विवाद के बारे में गिरिराज सिंह ने कहा, 'सनातन धर्म में बलि प्रथा आदि काल से है. श्यामा मंदिर में कहा गया कि यहां बलि प्रथा बंद की जाए. मैं उन लोगों से पूछना चाहता हूं कि क्या आप बकरदी पर बंद करवा सकते हैं? अगर बकरीद उनका धर्म है तो हमारी बलि प्रथा भी हमारी परिपाटी है.' उन्होंने हिंदुओं से कहा है कि सिर्फ झटका मीट खाएं और न मिले तो न खाएं.

यह भी पढ़ें- इजरायल ने खोद निकाली हमास की सबसे बड़ी सुरंग, इसी में जा छिपते थे आतंकी?

बता दें कि श्यामा मंदिर में बलि प्रथा पर रोक लगाए जाने के बाद बजरंग दल और अन्य हिंदूवादी संगठन इस फैसले के विरोध में आ गए हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं. बता दें कि बिहार धार्मिक न्यास ने एक आदेश जारी करके इस मंदिर में बलि प्रथा पर पूरी तरह से रोक लगा दी है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.