राजस्थान में जयपुर के हवामहल सीट से बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य ने मुगलों को लेकर उन्होंने एक ऐसा बयान दिया, जिसकी खूब चर्चा हो रही है.भजनलाल सरकार में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के बयान से शुरू हुई बहस के बाद अब बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य की भी एंट्री हो गई है. उनका कहना है कि आक्रमणकारियों की वजह से हमें अपनी रीति-रिवाज तक बदलने पड़े. जिन लोगों ने देश को लूटा उन्हें महान नहीं बताया जाना चाहिए. आक्रमणकारियों के नाम से शहरों और सड़कों के नाम नहीं होने चाहिए.
बालमुकुंद आचार्य ने राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि मुगल विदेशी आतंकी थे. उन्होंने भारत में लूट और हिंसा की वारदातें की थीं, ऐसे में इनको महान बताना सरासर गलत है. इन लोगों की तो चर्चा तक नहीं होनी चाहिए. सिलेबस में इनको पढ़ाना तो बहुत दूर की बात है. उन्होंने कहा कि अकबर नहीं महाराणा प्रताप और शिवाजी महान हैं, जिन्होंने मातृभूमि को बचाने के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया. हमारे देश में कोई बाबर को तो कोई अकबर को महान बता देता है लेकिन इतिहास देखते हैं तो पता चलता है कि इन्होंने भारत को लूटने के अलावा कोई और काम नहीं किया.
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मुगलों के कारण रात में होने लगे शादी के फेरे
बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि जब मैं दिल्ली जाता हूं, तो अकबर रोड का नाम सुनकर मुझे पीड़ा होती है, क्योंकि जिस अकबर ने हमारे देश पर आक्रमण किया. हमने उसी की याद में सड़क का नामकरण कर दिया. मुगलों के नाम से न तो किसी सड़क और न ही किसी शहर का नाम होना चाहिए इसलिए मैं देश के और सभी राज्यों के शिक्षा मंत्री से भी यह निवेदन करता हूं कि वह मुगलों को हटाकर हमारे देश के वीरों को सिलेबस में जोड़ें, ताकि देश की युवा पीढ़ी हमारे देश का सही इतिहास जान सकें. इसके साथ उन्होंने कहा कि हम सभी मुगलों का इतिहास जानते हैं. बेटे ने पिता को जेल में डाल दिया और शासन किया. वे अत्याचारी थे. हम उन्हें महान लोगों के रूप में कैसे देख सकते हैं. उन्होंने कहा कि भारत में सूर्य को साक्षी मानकर शादी के फेरे हुआ करते थे, लेकिन जबसे भारत में मुगलों ने आक्रमण किया, उसके बाद से दिन में शादी और फेरे की रस्म होना बंद हो गई क्योंकि तब मुगल बहन-बेटियों को उठाकर ले जाते थे. इसलिए उनसे छिपाकर रात में फेरे की रस्म शुरू हुई.
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कौन हैं बालमुकुंद आचार्य?
बालमुकुंद आचार्य जयपुर के हवामहल सीट से विधायक हैं, जो अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं. राजस्थान चुनाव में जीत मिलने के बाद से ही उनके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं. पहली बार जब वो विधायक बने थे, उसके तुरंत अपने समर्थकों के साथ मार्केट पहुंच गए थे, जहां नॉन वेज होटलों को बंद करने को कहा था. हालांकि बाद में अपने बयान पर माफ़ी मांग ली थी. जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने मुगल बादशाह अकबर के खिलाफ तीखे शब्दों का प्रयोग किया था. उन्होंने कहा था कि अकबर एक आक्रमणकारी था और उसका हमारे देश के लोगों से कोई संबंध नहीं था.
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