भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद अनंत कुमार हेगड़े एक बार फिर अपने बयानों की वजह से विवादों में आ गए हैं. अनंत कुमार हेगड़े ने कहा था कि अगर संविधान में बदलाव करना है तो मौजूदा बहुमत से काम नहीं चलेगा, इसके लिए लोकसभा और राज्यसभा में दो तिहाई बहुमत जरूरी होगा. उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने संविधान को उसके मूल रूप से विकृत कर दिया है, ताकि हिंदुओं को दबाया जा सके. इस बयान पर चौतरफा आलोचना होने के बाद बीजेपी ने अनंत के इस बयान से खुद को अलग कर लिया है और कहा है कि उनसे इस पर स्पष्टीकरण मांगा जाएगा.
उत्तर कन्नड़ से बीजेपी के सांसद अनंत कुमार हेगड़े ने कहा, "आप सब बीजेपी को 400 से ज्यादा सीटें जिताने में मदद करें. बीजेपी को 400+ सीटें क्यों चाहिए? पूर्व में कांग्रेस नेताओं ने संविधान में ऐसे परिवर्तन किए हैं जो हिंदुत्व को आगे नहीं रखते. हमें इसे बदलने की जरूरत है ताकि अपना धर्म बचाया जा सके. हमारे पास लोकसभा में दो तिहाई बहुमत है लेकिन संविधान बदलने के लिए राज्यसभा में दो तिहाई बहुमत नहीं है. 400+ सीटें आएंगी तो हम ये काम भी कर पाएंगे."
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हेगड़े से जवाब मांगेगी BJP
उन्होंने आगे कहा, "अगर हम 400+ सीटें जीतते हैं तो हम विधानसभा चुनाव भी जीत पाएंगे. इसके चलते 20 से ज्यादा राज्य हमारे पास होंगे और राज्य सरकारों में भी हमारे पास दो तिहाई बहुमत होगा. तब संविधान में बदलाव किया जा सकेगा." अब इस पर सफाई देते हुए बीजेपी की कर्नाटक इकाई ने X पर एक पोस्ट में लिखा है, "संविधान पर सांसद अनंतकुमार हेगड़े की टिप्पणी उनके निजी विचार हैं और पार्टी के रुख को प्रतिबिंबित नहीं करती. बीजेपी देश के संविधान को बनाए रखने के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता दोहराती है और हेगड़े से उनकी टिप्पणी के संबंध में स्पष्टीकरण मांगेगी."
अनंत कुमार हेगड़े के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने दावा किया कि यह बयान उनका निजी नहीं बल्कि बीजेपी के 'गुप्त एजेंडे' का हिस्सा है. सिद्धारमैया ने कहा, "हेगड़े के बयान ने बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान के संस्करण को मनुस्मृति से प्रभावित अपने संस्करण से बदलने के बीजेपी के गुप्त उद्देश्यों को उजागर कर दिया है. बीजेपी का (संविधान) संस्करण जाति व्यवस्था की कुरीतियों को मजबूत करेगा. सत्ता में आने पर बीजेपी ओबीसी और दलितों के लिए सभी आरक्षण हटा देगी. उनका बयान ओबीसी और दलितों पर सीधा हमला है."
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उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने कहा कि यह दिखाता है कि बीजेपी संविधान विरोधी है. उन्होंने पत्रकारों से कहा, "उन्हें ऐसा करने दें, संविधान में संशोधन करें. इससे पता चलता है कि (केंद्र की) बीजेपी सरकार और बीजेपी सांसद बाबासाहेब आंबेडकर के दिए संविधान के खिलाफ हैं."
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