डीएनए हिंदी: देश की आजादी की 77वीं वर्षगांठ के मौके पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार पटना में ध्वजारोहण कार्यक्रम में पहुंचे थे. वह मंच पर मौजूद थे उसी वक्त एक शख्स अपनी फरियाद लेकर सुरक्षा घेरे को तोड़कर अंदर दाखिल हो गया. समय रहते ही सुरक्षाबलों ने उसे पकड़ लिया. इसमें रोचक बात यह है कि पकड़े गए शख्स का नाम भी नीतीश कुमार ही है. पकड़े गए युवक ने बताया कि वह नौकरी के सिलसिले में सीएम नीतीश कुमार से अपनी बात कहना चाहता था.
पकड़े गए नीतीश कुमार (26) ने बताया कि उनके पिता बिहार सैन्य पुलिस (BMP) के जवान थे. कुछ साल पहले ड्यूटी के दौरान ही उनकी मौत हो गई. अब नीतीश कुमार की मांग है कि उन्हें अनुकंपा के आधार पर सरकारी नौकरी दी जाए. यही मांग लेकर वह सीएम के सुरक्षा घेरे को तोड़कर अपनी बात रखना चाह रहे थे लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया. अब इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं.
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मंच की ओर दौड़ पड़ा था युवक
बताया गया कि जिस वक्त यह शख्स हाथ में पोस्टर लेकर कूद पड़ा उस वक्त मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंच से जनता को संबोधित कर रहे थे. सुरक्षाकर्मियों ने समय रहते उसे पकड़ लिया और मंच तक नहीं जाने दिया. नीतीश कुमार ने बताया कि वह मुंगेर का रहने वाला है और उसके दिवंगत पिता का नाम राजेश्वर पासवान था.
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नीतीश ने यह भी कहा कि उसकी कोशिश सिर्फ इतनी थी कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिल सके और अपनी बात रख सके. नीतीश का तर्क है कि उसके पिता की मौत ड्यूटी के दौरान हुई है ऐसे में उसे अनुकंपा के आधार पर नौकरी मिलनी चाहिए.
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