डीएनए हिंदी: देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स में भीषण आग लगने की वजह से अफरा-तफरी के हालात बन गए हैं. दिल्ली एम्स के एक एंडोस्कोपी रूम में लगी आग के बाद पूरे कमरे को खाली करा लिया गया है. फिलहाल दिल्ली फायर ब्रिगेड की 8 गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं और आग पर नियंत्रण पाने की कोशिश की जा रही है. दिल्ली एम्स में आग की यह घटना 11 बजकर 55 मिनट की है. अब तक आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है. आग लगने की सूचना मिलते ही मरीजों और उनके अटेंडेंट्स के बीच अफरा-तफरी का माहौल बन गया. हालांकि एम्स प्रशासन और स्टाफ ने इस दौरान तत्परता और सूझबूझ से काम लिया और मरीजों को सुरक्षित बाहर निकालने का काम किया.
दोपहर में आग लगने से मचा हड़कंप
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, दोपहर 11.55 के करीब एम्स के एंडोस्कोपी विभाग से धुआं निकलता दिखाई दिया जिसके बाद आग की लपटें दिखने लगीं. एंडोस्कोपी विभाग में इलाज के लिए देश के कोने-कोने से लोग इलाज के लिए पहुंचते हैं. बड़ी संख्या में मरीजों के तीमारदार भी यहां मौजूद रहते हैं. आग की खबर मिलते ही स्टाफ ने तत्परता दिखाई और पहले मरीजों को सुरक्षित कमरे से निकाला गया और बिल्डिंग को भी कुछ ही मिनटों में खाली कर लिया है.
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राहत की बात यह है कि आग लगने की घटना में अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है लेकिन इमारत को काफी नुकसान पहुंचा है. फिलहाल फायर टेंडर्स की आठ गाड़ियां मौके पर मौजूद हैं. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, आग लगने के कारणों का अभी खुलासा नहीं हुआ है. दूसरी मंजिल की मुख्य इमारत और पुरानी राज कुमारी ओपीडी बिल्डिंग में लगी आग पर अब काबू पा लिया गया है.
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एम्स की ओर से जारी किया गया संक्षिप्त बयान
एम्स प्रशासन ने फिलहाल घटना पर विस्तृत बयान जारी नहीं किया है. हालांकि, फिलहाल सिर्फ इतनी सूचना दी गई है कि आग लगने के बाद से हालात नियंत्रण में हैं. इमारत के नुकसान का आकलन अभी नहीं किया जा सकता है. बता दें कि देश भर से मरीज दिल्ली एम्स आकर अपना इलाज कराते हैं. चार साल पहले 2019 में भी दिल्ली एम्स के आपातकालीन वार्ड में आग लग गई थी. इस घटना के बाद कुछ समय के लिए एम्स को अपनी इमर्जेंसी सेवाएं बंद करनी पड़ी थी.
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