यूपी: मायावती का बड़ा ऐलान, हर चुनाव अकेले लड़ेंगी बसपा, विपक्षी एकता को बड़ा झटका

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jan 15, 2023, 12:49 PM IST

बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती

लगातार हार का सामना कर रही बसपा अब हर चुनाव अकेले लड़ेगी. मायावती को किसी भी सहयोगी पर भरोसा नहीं है.

डीएनए हिंदी: बहुजन समाज पार्टी (BSP) भविष्य के सभी राज्य और लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी. बसपा अध्यक्ष मायावती ने लखनऊ में अपने 67वें जन्मदिन पर एक बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने चुनाव प्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं. मायावती ने कहा है कि उनका जनसमर्थन कम नहीं हुआ है, चुनाव पारदर्शी न होने की वजह से बसपा चुनाव हार रही है.

मायावती ने कहा है, 'पिछले कुछ वर्षों से देश में ईवीएम के जरिए चुनाव कराने को लेकर यहां की जनता में किस्म-किस्म की आशंकाएं व्याप्त हैं. इसे दूर व खत्म करने के लिए अब यहां आगे सारे छोटे-बड़े चुनाव पूर्व की तरह बैलेट पेपर पर कराए जाएं.'

मायावती ने एक बार फिर EVM की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा, 'पिछले कुछ वर्षों से देश में ईवीएम के जरिए चुनाव कराने को लेकर यहां की जनता में किस्म-किस्म की आशंकाएं व्याप्त हैं. इसे दूर व खत्म करने के लिए अब यहां आगे सारे छोटे-बड़े चुनाव पूर्व की तरह बैलेट पेपर पर कराए जाएं.'

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अब किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी BSP

मायावती ने कहा, 'आगे होने वाले राज्यों के विधानसभा और अगले वर्ष देश में होने वाले लोकसभा के लिए आम चुनाव में हमारी पार्टी किसी भी अन्य पार्टी के साथ कोई भी गठबंधन कर चुनाव नहीं लड़ेगी.'

बसपा का जनाधार नहीं हुआ है कम, बैलेट पेपर से हो चुनाव

बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा, 'बसपा का जनाधार कम नहीं हुआ है. मुझे लगता है कि ईवीएम में कुछ गड़बड़ी है. अगर ऐसा नहीं है तो केंद्र सरकार और मुख्य चुनाव आयोग सामने आएं और बैलेट पेपर पर चुनाव कराएं, इससे मालूम पड़ जाएगा कि उनके साथ कितना वोट है और हमारे साथ कितना है.'

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मायावती ने बताया क्यों हार रही हैं चुनाव

मायावती ने कहा, 'जब तक चुनाव बैलेट पेपर पर होते रहे तब तक बसपा के न वोट प्रतिशत और न ही जनाधार कम हुआ है और हमारी सीटें भी बढ़ी हैं. लेकिन जब से ईवीएम से चुनाव हुए तब से हमारे वोट प्रतिश्त और हमारी सीटों की संख्या पर प्रभाव पड़ा है.'

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