डीएनए हिंदी: देश की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2023-24 के लिए बजट पेश कर दिया गया. प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए बजट बढ़ाया गया है. इनकम टैक्स की दरों में बदलाव किया गया है. बजट आने के बाद तुरंत ही शेयर मार्केट में उछाल देखा गया है. बजट के दौरान ही नेताओं ने अपनी प्रतिक्रियाएं भी शुरू कर दी हैं. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट करके बीजेपी को घेरा है. अखिलेश यादव ने कहा है कि जिस सरकार ने पहले कुछ नहीं दिया, वह अब क्या ही दे देगी.
उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट करके लिखा, 'बीजेपी अपने बजट का दशक पूरा कर रही है पर जब जनता को पहले कुछ न दिया तो अब क्या देगी. भाजपाई बजट महंगाई व बेरोज़गारी को और बढ़ाता है. किसान, मज़दूर, युवा, महिला, नौकरीपेशा, व्यापारी वर्ग में इससे आशा नहीं निराशा बढ़ती है क्योंकि ये चंद बड़े लोगों को ही लाभ पहुँचाने के लिए बनता है.'
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जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने बजट पर कहा, 'यह वैसा ही बजट है जैसा पिछले 8-9 सालों से आ रहा है. टैक्स बढ़ा दिया गया है. कल्याणकारी योजनाओं ओर सब्सिडी पर पैसा खर्च नहीं किया जा रहा है. कुछ पूंजीपतियों और बड़े कारोबारियों के लिए टैक्स इकट्ठा किया जा रहा है. टैक्स से जनता को फायदा होना चाहिए लेकिन इससे उन्हीं की कमर तोड़ी जा रही है.'
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने बजट के बाद कहा, 'बजट 2023 में कुछ अच्छी चीजें भी हैं लेकिन MNREGA, ग्रामीण क्षेत्र के गरीब मजूदरों, रोजगार और महंगाई का कोई जिक्र नहीं होगा. कुछ मूलभूत सवाल ऐसे रहे जिनका कोई जवाब नहीं दिया गया.'
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बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा, 'मैं पीएम मोदी और वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने कर्नाटक के ऊपरी भद्र क्षेत्र के लिए 5,000 करोड़ रुपये की सिंचाई परियोजना का ऐलान किया है. यह परियोजना कर्नाटक के लिए गेम चेंजर साबित होगी.'
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने इसे पूंजीपतियों का बजट बताया है. संजय सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा है, 'न किसान न जवान न नौजवान. बजट में किसी के लिए नहीं कोई प्रावधान. अमृत काल में अमृत के लिए तरस रहा है आम इंसान, पूंजीपतियों की लूट हुई आसान.'
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