डीएनए हिंदी: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2017 में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट (Bullet Train Project) का शिलान्यास किया था. मुंबई और अहमदाबाद (Mumbai Ahmedabad Bullet Train) के बीच देश का पहला बुलेट ट्रेन रूट तैयार हो रहा है. शुरुआत में कहा गया था कि पांच साल में यानी 2022 तक बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का काम पूरा कर लिया जाएगा. बीच में कोरोना महामारी ने काफी काम रोक दिए और प्रोजेक्ट की रफ्तार भी कम हो गई. अब भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने इस प्रोजेक्ट की मौजूदा स्थिति बताई है कि कितना काम पूरा हो गया है और कितना काम बाकी है. एक अनुमान के मुताबिक, मुंबई-अहमदाबाद रूट पर बुलेट ट्रेन का काम साल 2026 तक पूरा हो जाएगा. इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हुए 5 साल से ज्यादा का समय पूरा हो गया है. कई जगहों पर अभी जमीन का अधिग्रहण होना बाकी है. बीजेपी आरोप लगाती रही है कि महाराष्ट्र में जब तक महा विकास अघाड़ी की सरकार थी, उसने इस प्रोजेक्ट की राह में रोड़ा अटकाया.
भारतीय रेलवे की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का 24.10 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. इसमें से गुजरात में काम का 29.78 प्रतिशत हिस्सा पूरा हो गया है. वहीं, महाराष्ट्र में काम की रफ्तार धीमी है और 30 नवंबर 2022 तक सिर्फ़ 13.26 प्रतिशत काम ही पूरा हुआ है. आपको बता दें कि इस प्रोजेक्ट के तहत कु 12 स्टेशन बनाए जाने हैं. इसमें से 8 स्टेशन गुजरात में और 4 स्टेशन महाराष्ट्र में होंगे. इसमें बुलेट ट्रेन की स्पीड लगभग 320 किलोमीटर प्रति घंटे होगी. यानी दोनों शहरों के बीच की 508 किलोमीटर की दूरी को 3 घंटे से भी कम समय में पूरा किया जा सकेगा. अभी इतनी दूरी तय करने में कम से कम 6 घंटे लग जाते हैं.
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गुजरात में अभी तक कुल 28,293 पिलर्स खड़े किए जा चुके हैं. इन पिलर्स ने 118 किलोमीटर की दूरी कवर कर ली है. 15.7 किलोमीटर के सेक्शन पर गर्डर भी रखे जा चुके हैं. नवंबर महीने में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का काम काफी तेजी से हुआ है. इस एक महीने के अंदर 14.36 किलोमीटर दूरी का काम पूरा किया गया है.
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भूमि अधिग्रहण लगभग पूरा
यह प्रोजेक्ट महाराष्ट्र और गुजरात के अलावा दादरा नगर हवेली से भी होकर गुजरता है. दादरा नगर हवेली में जितनी जमीन की दरकार थी, उतने का अधिग्रहण कर लिया गया है. गुजरात और महाराष्ट्र में भी भूमि अधिग्रहण लगभग पूरा हो गया है. गुजरात में 98.87 प्रतिशत तो महाराष्ट्र में 98.22 प्रतिशत जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया है. बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का काम तेजी से बढ़ाने के लिए सबसे ज़रूरी चीज जमीन ही है जिससे इस प्रोजेक्ट के बेसिक ढांचे का काम तेजी से किया जा सके.
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