डीएनए हिंदी: हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा चुनाव के साथ-साथ पांच राज्यों की छह विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव (Assembly Bypolls 2022) भी हुए थे. इन उपचुनावों के नतीजे भी आ चुके हैं. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की पारिवारिक सीट कही जाने वाली मैनपुरी लोकसभा सीट (Mainpuri Loksabha Bypolls) पर सपा का दबदबा बरकरार है और डिंपल यादव ने इस सीट पर बंपर जीत हासिल की है. यूपी की रामपुर विधानसभा सीट (Rampur Upchunav) पर सपा को झटका लगा है और बीजेपी ने यह सीट उससे छीन ली है. बिहार की कुढ़नी सीट पर महागठंधन को भी हार का मुंह देखना पड़ा है. आरजेडी और जेडीयू के गठबंधन के बावजूद इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार को जीत हासिल हुई है.
उत्तर प्रदेश में दो विधानसभा सीटों और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुए. मैनपुरी लोकसभा सीट मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई थी. अखिलेश यादव ने इस सीट पर अपनी पत्नी डिंपल यादव को उतारा था. पारिवारिक सीट पर कब्जा जमाए रखने के लिए अखिलेश ने चाचा शिवपाल यादव को भी साथ जोड़ा. नतीजे सकारात्मक आए तो समाजवादी परिवार में भी एकता आ गई. अब शिवपाल यादव ने अपनी पार्टी का विलय सपा में करने का ऐलान कर दिया है. रामपुर विधानसभा सीट जो कि आजम खान के अयोग्य करार दिए जाने पर खाली हुई थी, वहां बीजेपी ने सपा को हरा दिया है. वहीं, खतौली सीट पर सपा-आरएलडी गठबंधन उम्मीदवार मदन भैया ने बीजेपी उम्मीदवार को हरा दिया है.
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ओडिशा, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सत्ता पक्ष की जीत
बिहार की कुढ़नी विधानसभा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार ने जेडीयू के प्रत्याशी को हराकर यह सीट अपने कब्जे में कर ली है. छत्तीसगढ़ की भानुप्रतापपुर सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीद सावित्री मनोज मंडावी ने बीजेपी के ब्रह्मानंद को 21 हजार वोटों से हराया. ओडिशा की पदमपुर सीट पर सत्ताधारी बीजेडी उम्मीदवार ने बीजेपी उम्मीदवार को 42 हजार वोटों के अंतर से हरा दिया है. इसके अलावा, राजस्थान की सरदार शहर सीट पर भी उपचुनाव हुए थे. इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार अनिल कुमार शर्मा ने बीजेपी के अशोक कुमार को 26 हजार वोटों के अंतर से जीत हासिल की है.
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उपचुनावों के नतीजों से किसी राज्य की विधानसभा पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. हालांकि, मैनपुरी और रामपुर जैसी सीटों पर हुए उपचुनाव सपा की प्रतिष्ठा के लिए बेहद ज़रूरी थे. इसमें से सपा ने मैनपुरी में तो जीत हासिल कर ली लेकिन रामपुर में उसे मुंह की खानी पड़ी. रामपुर में हार के बाद आजम खान के अगले कदम की प्रतीक्षा की जा रही है.
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