डीएनए हिंदी: टीएमसी सांसद इस वक्त कैश फॉर क्वेरी विवाद से घिरी हुई हैं और इस दौरान उनकी पार्टी भी उनसे दूर-दूर ही नजर आ रही थी. हालांकि, अब पार्टी ने खुलकर टीएमसी सांसद का समर्थन किया है और लोकसभा के एथिक्स पैनल पर ही सवाल उठाए हैं. टीएमसी नेता कुणाल घोष ने पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले की जांच कर रही एथिक्स कमेटी के लिए कहा कि यह पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित होकर काम कर रही है. महुआ पर दबाव बनाने की कोशिश हो रही है और संसदीय राजनीति के लिए यह ठीक नहीं है. घोष का बयान पैनल के महुआ को समन भेजने और 2 नवंबर को पेश होने के निर्देश के बाद आया है. टीएमसी सांसद ने अपना पक्ष रखने के लिए 5 नवंबर के बाद का समय मांगा था जिसे स्वीकार नहीं किया गया.
कैश फॉर क्वेरी विवाद में अब तक एथिक्स पैनल निशिकांत दुबे और महुआ मोइत्रा के पूर्व पार्टनर जय अनंत देहाद्राई पेश हो चुके हैं. महुआ ने पत्र लिखकर कहा था कि उन्हें दर्शन हीरानंदानी को क्रॉस एक्जामिन करने दिया जाए और वह कमेटी के सामने 5 नवंबर के बाद ही पेश हो सकती हैं. टीएमसी सांसद को पैनल ने समन भेजकर 2 नवंबर को पेश होने का निर्देश दिया है. टीएमसी ने इसे राजनीति से प्रेरित कदम बताया है और कहा कि यह महुआ पर दबाव बनाने के लिए किया जा रहा है.
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एथिक्स पैनल ने स्वीकार नहीं की महुआ मोइत्रा की मांग
एथिक्स पैनल को लिखे पत्र में महुआ मोइत्रा ने कहा था कि वह पूर्व निर्धारित विजयादशमी के कार्यक्रमों में हिस्सा लेने वाली हैं और 5 नवंबर के बाद की किसी भी तारीख को पेश हो जाएंगी. पहले पैनल ने उन्हें मौखिक साक्ष्यों के साथ 31 अक्टूबर को पेश होने का निर्देश दिया था. टीएमसी सांसद की मांग को अस्वीकार करते हुए पैनल ने कहा है कि उन्हें 2 नवंबर को ही पैनल के सामने पेश होना होगा और तारीखों में और ज्यादा बदलाव नहीं किया जा सकता है.
दर्शन हीरानंदानी ने महंगे गिफ्ट और विदेश यात्रा का किया है दावा
बता दें कि महुआ मोइत्रा पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया है कि लोकसभा में अडानी ग्रुप के खिलाफ सवाल पूछने के लिए उन्होंने अपना लॉगिन दर्शन हीरानंदानी को दिया था. इसके बदले में कारोबारी ने सांसद की निजी विदेश यात्राओं का खर्च उठाया था और उन्हें कई महंगे तोहफे दिए थे जिसमें लग्जरी प्रोडक्ट भी शामिल हैं. टीएमसी सासंद का कहना है कि उन्होंने लॉगिन दिया था लेकिन पैसे नहीं लिए बल्कि उन्हें चुप रहने के लिए बीजेपी सांसद की ओर से पैसे ऑफर किए गए थे.
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