एम्स में इस तारीख से नहीं कर पाएंगे कैश पेमेंट, जानिए अब कैसे होगा भुगतान

Written By कविता मिश्रा | Updated: Jan 27, 2024, 06:30 PM IST

AIIMS

AIIMS News: एम्स के निदेशक डॉ. एम श्रीनिवास ने इस बारे में एक आदेश जारी किया है. आइए जानते हैं कि एम्स की ओर से क्या कुछ कहा गया है.

डीएनए हिंदी: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में अब आप किसी भी चीज़ के लिए नगद भुगतान नहीं कर पाएंगे. अब आप सोच रहे होंगे कि अगर नगद भुगताननहीं होगा तो क्या होगा. एम्स में एक अप्रैल से किसी भी प्रकार के शुल्क के लिए 100 फीसदी डिजिटल भुगतान होगा. डिजिटल पेमेंट के महत्व को समझते हुए एम्स यह बड़ा कदम उठाने जा रहा है. एम्स में अब सिर्फ 31 मार्च 2024 तक ही कैश के जरिए पेमेंट की जा सकेगी. आइए आपको बताते हैं कि एम्स की ओर से क्या कुछ कहा गया है. 

 एम्स के निदेशक डॉ. एम श्रीनिवास ने इस बारे में एक आदेश जारी किया है. इसके आदेश के अनुसार, ये फैसला मरीजों की सुविधा के लिए लिया गया है. इससे मरीजों को इस बात का भरोसा रहेगा कि उनसे किसी भी तरह का अधिक चार्ज नहीं लिया जा रहा है. एम्स की ओर से बताया गया कि अब स्मार्ट कार्ड से ही अब सिर्फ पेमेंट लिया जाएगा. स्मार्ट कार्ड  टॉप-अप काउंटर के अलावा और कोई किसी काउंटर पर कैश पेमेंट नहीं लिया जाएगा. 31 मार्च के बाद से एम्स में इलाज में आने वाले खर्च का भुगतान आप केवल स्मार्ट के माध्यम से ही कर पाएंगे. 

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खोले जाएंगे स्मार्ट कार्ड टॉप-अप काउंटर 

एम्स की ओर से बताया गया है कि मरीजों और तीमारदारों को स्मार्ट कार्ड प्रदान करने और स्‍मार्ट कार्ड रीचार्ज के लिए टॉप-अप काउंटर खोले जाएंगे.स्मार्ट कार्ड टॉप-अप काउंटर कई स्थानों पर चालू किए जाएंगे और इन्हें हफ्ते में सातों दिन 24 घंटे संचालित किया जाएगा. 31 मार्च के बाद से UPI, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक भुगतान के अलावा सभी टेस्ट और प्रोसीजर के लिए पेमेंट का तरीका एम्स स्मार्ट कार्ड होगा.

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एम्स ने क्यों लिया ऐसा फैसला 

एम्‍स की ओर से बताया गया कि एक आउटसोर्स सेवा प्रदाता ने मरीज के बिल में गड़बड़ी कर अधिक शुल्क वसूल किया था. आपको  बता दें कि स्मार्ट कार्ड को बनाने में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की मदद ली जाएगी. इसे ई-अस्पताल की बिलिंग सुविधा से भी जोड़ा जाएगा इससे काफी हद तक पेमेंट की लंबी लाइन से निजात मिल पाएगी. 

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