डीएनए हिंदी: राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद देशभर में जश्न का माहौल है. राम मंदिर के चलते अयोध्या में लाखों श्रद्धालु आ रहे हैं. इससे उम्मीद जताई जा रही है कि अयोध्या और उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा. इस बीच कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ने कहा है कि राम मंदिर के चलते बीते 22 दिनों में ही देशभर में जबरदस्त कारोबार हुआ है. खास बात यह है कि यह कमाई छोटे कारोबारियों के जरिए हुए है. कैट ने कहा है कि एक मोटे अनुमान के अनुसार राम मंदिर के कारण देश में लगभग 1.25 लाख करोड़ रुपये का बड़ा कारोबार हुआ.
कैट के मुताबिक, इसमें अकेले दिल्ली में लगभग 25 हज़ार करोड़ और उत्तर प्रदेश में लगभग 40 हज़ार करोड़ रुपये का कारोबार सामान एवं सेवाओं के जरिए हुआ. कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया और प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि देश में यह पहली बार हुआ जब आस्था एवं भक्ति के कारण इतने बड़ा पैसा व्यापार के ज़रिए देश के बाज़ारों में आया और खास बात यह है कि यह सारा व्यापार छोटे व्यापारियों एवं लघु उद्यमियों द्वारा किया गया जिसके कारण यह पैसा व्यापार में आर्थिक तरलता को बढ़ाएगा.
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भगवान राम से जुड़ी चीजों की हुई जबरदस्त बिक्री
इन दोनों ने कहा कि राम मंदिर की वजह से देश में नए व्यापार के अनेक अवसर मिले हैं और बड़े पैमाने पर लोगों को रोज़गार भी मिलेगा. अब समय आ गया है जब एंट्रेप्रेन्यूर्स एवं स्टार्ट ऐप्स को व्यापार में नए आयाम जोड़ने की कवायद करनी चाहिए. कैट इस विषय पर जल्द ही एक सेमिनार नई दिल्ली में करने जा रहा है. उन्होंने बताया की कैट के 'हर शहर अयोध्या-हर घर अयोध्या' राष्ट्रीय अभियान के अंतर्गत 1 जनवरी से लेकर 22 जनवरी तक देश के 30 हज़ार से ज़्यादा छोटे बड़े व्यापारिक संगठनों ने देश भर में डेढ़ लाख से ज़्यादा कार्यक्रम आयोजित किए.
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उन्होंने बताया कि देशभर में करोड़ों की संख्या में राम मंदिर के मॉडल, माला, लटकन, चूड़ी, बिंदी, कड़े, राम ध्वज, राम पटके, राम टोपी, राम पेंटिंग, राम दरबार के चित्र, श्री राम मंदिर के चित्र आदि की भी ज़बरदस्त बिक्री हुई. देशभर में पंडितों और ब्राह्मणों को भी बड़े पैमाने पर कमाई हुई. करोड़ों किलो मिठाई और ड्राई फ्रूट की प्रसाद के रूप में बिक्री की गई. यह सब आस्था और भक्ति के सागर में डूबे लोगों द्वारा किया गया और देशभर में ऐसा मंजर पहले कभी देखने को नहीं मिला. देश भर में करोड़ों रुपये के पटाखे, मिट्टी के दीपक, पीतल एवं अन्य वस्तुओं से बने दीपक की भी खूब बिक्री हुई.
भरतिया और खंडेलवाल ने आगे कहा, 'आने वाले समय में लोग उपहार के रूप में राम मंदिर देंगे ऐसी बड़ी संभावना दिखाई देती है. शादियों में मेहमानों को राम मंदिर उपहार के रूप में देने की शुरुआत हो ही चुकी है.
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