भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने देश की राजधानी दिल्ली में बड़ा एक्शन लिया है. सीबीआई ने RML अस्पताल के दो डॉक्टरों समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि ये लोग इलाज के नाम पर मरीजों से मोटी रकम वसूल रहे थे. गिरफ्तार किए गए लोगों में एक प्रोफेसर और एक असिस्टेंट प्रोफेसर शामिल हैं.
सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर के मुताबिक, RML अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग के डॉक्टर पर्वतगौड़ा और इसी विभाग के डॉक्टर अजय राज मेडिकल उपकरण बनाने सप्लाई करने वाली कंपनियों के लोगों के साथ मिलकर मरीजों से खुलेआम रिश्वत वसूल रहे थे. इतना ही नहीं अस्पताल में भर्ती कराने, मेडिकल रेस्ट देने का सर्टिफिकेट देने और इलाज कराने के नाम पर उगाही का धंधा चल रहे थे.
जानकारी के अनुसार, नागपाल टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के मालिक नरेश नागपाल मरीजों पर इस्तेमाल होने वाले उपकरणों की सप्लाई करते हैं. उनके उपकरणों को इस्तेमाल करने के लिए RML अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग के डॉक्टर पर्वतगौडौसे नियमित रूप से नागपाल से लेते हैं.
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रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़े गया डॉक्टर
2 मई 2024 को डॉ. पर्वतगौड़ा ने नागपाल से चिकित्सा उपकरणों के रिश्वत मांगी थी. नागपाल ने डॉक्टर को आश्वसन दिया कि 7 मई को रकम अस्पताल में पहुंचा दी जाएगी. इसी आधार पर सीबीआई ने जाल बिछाया और जैसे ही 7 मई को डॉ. पर्वतगौड़ा के पास रिश्वत की पेमेंट पहुंची, उसको रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया. डॉक्टर के खाते में UPI के जरिए ढाई लाख की रकम पहुंची थी.
वहीं, एक महिला की डिलीवरी कराने के लिए उसके पति से 20 हजार रुपये की रिश्वत भी मांगी गई थी. रकम नहीं देने पर डिलीवरी रोकने की धमकी दी गई. सीबीआई ने डॉक्टर्स, मेडिकल इक्यूपमेंट्स से जुड़े डीलर्स के यहां 15 ठिकानों पर छापेमारी की.
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