ओडिशा ट्रेन एक्सीडेंट मामले में CBI का एक्शन शुरू, दर्ज की FIR, रेल अधिकारियों से की पूछताछ

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jun 06, 2023, 04:58 PM IST


CBI files FIR in Odisha train accident

Odisha Train Accident: सीबीआई ने कोरोमंडल एक्सप्रेस, यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी से संबंधित ट्रेन दुर्घटना के संबंध में मामला दर्ज किया है.

डीएनए हिंदी: ओडिशा के बालासोर में 2 जून को हुए रेल हादसे की जांच अब सीबीआई ने अपने हाथों में ले ली है. सीबीआई की 10 सदस्यीय टीम मंगलवार को हादसे की जांच करने बालासोर पहुंची. इस दौरान सीबीआई टीम ने पटरियों और सिग्नल रूम का निरीक्षण किया. इसके बाद बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन पर तैनात रेल अधिकारियों से पूछताछ की. CBI ने इस मामले में अब एफआईआर दर्ज कर ली है.

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI)  ने रेल मंत्रालय की सिफारिश, ओडिशा सरकार की सहमति और केंद्र सरकार के आदेशों पर कोरोमंडल एक्सप्रेस, यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी से संबंधित ट्रेन दुर्घटना के संबंध में मामला दर्ज किया है. अधिकारियों को प्रारंभिक जांच में इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम के साथ छेड़छाड़ का संकेत मिलने और दुर्घटना के पीछे तोड़फोड़ की आशंका जताए जाने के बाद केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई. इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम के जरिए ट्रेन की मौजूदगी का पता लगता है. अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी को मामले की तह तक जाने के लिए रेल सुरक्षा और फॉरेंसिक विशेषज्ञों की मदद की आवश्यकता हो सकती है, क्योंकि रेलवे के कामकाज के संबंध में उसके पास बहुत कम विशेषज्ञता है.

प्रक्रिया का पालन करते हुए केंद्रीय एजेंसी ने 3 जून को बालासोर राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) द्वारा भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 337, 338, 304ए (लापरवाही से मौत) और 34 (समान मंशा), और रेलवे अधिनियम की धारा 153 (रेलवे यात्रियों के जीवन को खतरे में डालने वाला कृत्य), 154 और 175 (जीवन को खतरे में डालना) के तहत दर्ज प्राथमिकी को अपने हाथ में ले लिया. 

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पुलिस के मामले को अपनी FIR में किया दर्ज
जानकारी के अनुसार, सीबीआई ने स्थानीय पुलिस के मामले को अपनी FIR के रूप में फिर से दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है.  केंद्रीय एजेंसी अपनी जांच के बाद दाखिल आरोपपत्र में एफआईआर से आरोप जोड़ या हटा सकती है. सीबीआई अधिकारियों के साथ आई फॉरेंसिक टीम ने भी सिग्नल रूप के कर्मचारियों से बात की और विभिन्न उपकरणों के उपयोग एवं उनके काम करने के तरीकों की जानकारी प्राप्त की. 

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गौरतलब है कि ओडिशा के बालासोर में 2 जून को दो यात्री ट्रेन और एक मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना में कुल 278 लोगों की जान चली गई थी और 1100 से अधिक लोग घायल हुए थे.

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