दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं. उनकी मुश्किलें और बढ़ती नजर आ रही हैं. गृह मंत्रालय ने जेल के अंद उगाही रैकेट चलाने और जेल में बंद कैदियों से प्रोटेक्शन मनी वसूलने के केस की जांच सीबीआई (CBI) को सौंप दी है. सत्येंद्र जैन पर ठग सुकेश चंद्रशेखर से जेल में प्रोटेक्शन मनी के रूप में 10 करोड़ रुपये की उगाही करने का आरोप है. इस केस की जांच अब सीबीआई करेगा. आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता की मुश्किलें भी इसके साथ बढ़ सकती हैं.
यह है पूरा मामला
सत्येंद्र जैन और तिहाड़ जेल के पूर्व डीजी संदीप गोयल पर जेल में उगाही रैकेट चलाने का आरोप है. इन दोनों हाई प्रोफाइल लोगों पर तिहाड़ जेल में जबरन वसूली का रैकेट चलाने के अलावा दिल्ली की विभिन्न जेलों में बंद हाई प्रोफाइल कैदियों से प्रोटेक्शन मनी वसूलने का आरोप है.इस मामले की शिकायत उपराज्यपाल के पास गई थी. जैन पर आरोप है कि जेल में बंद कैदियों से सुविधाओं और दूसरी चीजों के लिए वसूली की जाती थी.
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महाठग सुकेश ने लगाए हैं कई आरोप
मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जेल में बंद महाठग सुकेश चंद्रशेखर ने सत्येंद्र जैन और संदीप गोयल समेत तिहाड जेल के अन्य अधिकारियों राजकुमार और मुकेश प्रसाद पर वसूली करने, धमकी देने और मनी लॉन्ड्रिंग के गंभीर आरोप लगाए हैं. सुकेश का दावा है कि साल 2019-22 के बीच 12.50 करोड़ रुपये सत्येंद्र जैन और बाकी लोगों ने की थी. दिल्ली सरकार में एक अन्य मंत्री कैलाश गहलोत को भी शनिवार को प्रवर्तन निदेशालय ने रेड डाली है.
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महाठग के लेटर बम ने फोड़ा था वसूली का बम
बता दें कि दिल्ली के उप-राज्यपाल को महाठग सुकेश ने पत्र लिखकर तिहाड़ जेल में वसूली रैकेट चलाने का आरोप लगाया था. इसके बाद सीबीआई ने भी पिछले साल नवंबर में दिल्ली के एलजी को लिखी चिट्ठी में सुकेश के बयान का हवाला देते हुए वसूली करने का आरोप लगाया था. फरवरी में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सत्येन्द्र जैन के खिलाफ सीबीआई जांच की सिफारिश गृह मंत्रालय से की थी.
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