यूजीसी-नेट पेपर लीक मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने केस दर्ज कर लिया है. यह FIR अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की गई है. 18 जून को UGC-NET का एग्जाम हुआ था. लेकिन पेपर लीक हो जाने की खबरों के बाद शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा को रद्द कर दिया था. साथ ही इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी. मंत्रालय ने कहा कि नेट की परीक्षा फिर से आयोजित की जाएगी. इसकी तारीख का ऐलान किया जाएगा.
शिक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव गोविंद जायसवाल ने कहा कि यूजीसी-नेट जून 2024 की परीक्षा लीक होने की हमें कोई शिकायत नहीं मिली थी. एजेंसियों से हमें जो सूचना मिली उसके आधार पर परीक्षा रद्द करने का फैसला किया गया. सरकार ने छात्रों के हितों को देखते हुए यह कदम उठाया.
'छिटपुट घटनाओं से छात्रों पर न पड़े असर'
नीट और यूजीसी-नीट परीक्षाओं में धांधली को लेकर गुरुवार को शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि गड़बड़ी की छिटपुट घटनाओं से उन लाखों विद्यार्थियों पर असर नहीं पड़ना चाहिए, जिन्होंने सही तरीके से परीक्षा पास की. प्रधान ने कहा कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के कामकाज की जांच के लिए एक हाई लेवल की कमेटी बनाई जाएगी.
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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एनटीए के अधिकारियों सहित दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. एनटीए की कार्यप्रणाली की समीक्षा और सुधार के लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन जल्द ही किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यूजीसी-नेट परीक्षा का पेपर डार्कनेट पर लीक किया गया था. हमें अपनी व्यवस्था पर भरोसा रखना चाहिए और सरकार किसी भी प्रकार की अनियमितता या कदाचार को बर्दाश्त नहीं करेगी.
देशभर में विरोध प्रदर्शन
यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द और NEET में गड़बड़ी को लेकर देशभर में छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. अलग-अलग यूनिवर्सिटीज के दो दर्जन से अधिक छात्रों को गुरुवार को हिरासत में लिया गया. छात्रों ने शिक्षा मंत्रालय और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के आवास के बाहर से प्रदर्शन किया. इस दौरान दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया.
इस विरोध प्रदर्शन में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई), ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (एआईएसए), डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फ्रंट (डीएसएफ), क्रांतिकारी युवा संगठन (केवाईएस) और कांग्रेस से संबद्ध एनएसयूआई जैसे राजनीतिक संगठनों के सदस्यों सहित बड़ी संख्या में छात्रों ने भाग लिया.
शिक्षा मंत्रालय और प्रधान के आवास के बाहर एकत्रित हुए छात्रों ने परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) पर प्रतिबंध लगाने और कथित पेपर लीक की जांच की मांग की. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा की शुचिता से समझौता होने की सूचना मिलने के बाद बुधवार देर रात UGC की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) को रद्द करने का आदेश दिया था.
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