डीएनए हिंदी: आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. पहले ही मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किए जा चुके सत्येंद्र जैन के खिलाफ एक और केस चलाने की तैयारी की जा रही है. सीबीआई ने इसके लिए दिल्ली के उप राज्यपाल वी के सक्सेना से अनुमति मांगी है. यह केस जेल में बंद हाई प्रोफाइल कैदियों से 'सुरक्षा' के नाम पर मोटी रकम वसूलने के मामले में दर्ज की जानी है. ठगी के आरोप में गिरफ्तार सुकेश चंद्रशेखर ने आरोप लगाए थे कि उसने तिहाड़ जेल में प्रोटेक्शन के बदले AAP के नेताओं को करोड़ों रुपये दिए थे.
सत्येंद्र जैन के खिलाफ आगे बढ़ने के लिए उपराज्यपाल वीके सक्सेना से अनिवार्य मंजूरी मांगते हुए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने आरोप लगाया है कि तत्कालीन पुलिस महानिदेशक (जेल) संदीप गोयल और तत्कालीन अतिरिक्त महानिरीक्षक (जेल) मुकेश प्रसाद, संबद्ध अधिकारियों, निजी व्यक्तियों और सहयोगियों की मिलीभगत से दिल्ली की जेलों में उच्च स्तरीय भ्रष्टाचार और वसूली रैकेट चलाया जा रहा था.
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3 साल में 10 करोड़ लेने का आरोप
सीबीआई ने एलजी वी के सक्सेना को लिखे अपने पत्र में कहा है, 'इन लोगों ने इसके लिए एक सिंडिकेट के रूप में काम किया.' इसमें कहा गया है कि उसके पास सूत्रों से मिली जानकारी है कि सत्येंद्र जैन ने जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर से 2018-21 के दौरान विभिन्न किस्तों में खुद या अपने साथियों के माध्यम से प्रोटेक्शन मनी के रूप में 10 करोड़ रुपये की कथित तौर पर उगाही की ताकि कथित ठग को शांतिपूर्ण और आरामदायक जीवन जीने में मदद मिल सके.
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बता दें कि अब दिल्ली की दूसरी जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर के बारे में यह जानकारी सामने आई थी कि सुकेश से मिलने जेल में ही कई लोग गलत तरीके से आते थे. खुद सुकेश ने चिट्ठी लिखकर आरोप भी लगाए कि वह सत्येंद्र जैन और अरविंद केजरीवाल जैसे नेताओं से मिल चुका है.
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