डीएनए हिंदी: केरल में हुए धमाके के बाद सत्ताधारी लेफ्ट और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) आमने-सामने हैं. अब बीजेपी के नेता और केंद्रीय राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज कर दिया गयाहै. इस एफआईआर के बाद बीजेपी ने आरोप लगाए हैं कि केरल की सरकार विभाजनकारी ताकतों की मदद कर रही है. राजीव चंद्रशेखर के खिलाफ यह एफआईआर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी बढ़ाने वाला बयान देने के आरोप में दर्ज की गई है. राजीव चंद्रशेखर ने मलप्पुरम में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान हमास नेता के संबोधन को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ बयान जारी किए थे, इसी को लेकर उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
केरल बीजेपी के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने आरोप लगाया है कि पिनराई विजयन सरकार की इस कार्रवाई का मकसद विभाजनकारी ताकतों और चरमपंथी विचारों वाले लोगों की मदद करना और उन्हें बढ़ावा देना है. उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'यह पिनरायी विजयन सरकार के दोहरे मानदंडों को दिखाता है.' बीजेपी ने कहा कि वह राजीव चंद्रशेखर के खिलाफ दर्ज इस मामले से राजनीतिक और कानूनी दोनों तरीके से निपटेगी.
क्यों दर्ज हुई है एफआईआर?
दरअसल, केरल पुलिस ने कोच्चि विस्फोट और हाल में राज्य के मलप्पुरम जिले में एक इस्लामिक समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हमास नेता के एक वर्चुअल संबोधन के संबंध में सोशल मीडिया पर राजीव चंद्रशेखर के बयानों को लेकर एफआईआर दर्ज की है. कोच्चि सिटी पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राजीव चंद्रशेखर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए (धर्म, नस्ल, जन्म स्थान, आवास के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना) और केरल पुलिस अधिनियम की धारा 120 (ओ) (उपद्रव करना और सार्वजनिक व्यवस्था का उल्लंघन करना) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है.
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सुरेंद्रन ने कोच्चि बम विस्फोटों को आतंकवादी कृत्य बताने के लिए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के प्रदेश सचिव एम वी गोविंदन के खिलाफ मामला दर्ज न करने को लेकर वामपंथी सरकार और पुलिस की भी आलोचना की. उन्होंने कहा कि इजरायल पर हमास के हमले की प्रशंसा करने के लिए इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के विधायक एम के मुनीर और सीपीएम नेता एम. स्वराज के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया. बीजेपी नेता ने आरोप लगाया कि सरकार मलप्पुरम में आयोजित उस कार्यक्रम का आयोजन करने वाले इस्लामिक समूह के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए तैयार नहीं है जिसमें हमास नेता ने वर्चुअल रूप से लोगों को संबोधित किया.
ट्विटर पर भिड़ गए थे विजयन और चंद्रशेखर
बता दें कि रविवार को कोच्चि के पास कलमश्शेरी में 'यहोवा के साक्षी' संप्रदाय की धार्मिक सभा में बम विस्फोट की खबरों के बाद इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री चंद्रशेखर ने केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन की आलोचना करते हुए सोशल मीडिया मंच एक्स पर कुछ पोस्ट किए थे. उन्होंने कहा था, 'भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे एक बदनाम मुख्यमंत्री (और राज्य के गृह मंत्री) पिनराई विजयन की गंदी बेशर्म तुष्टीकरण की राजनीति. दिल्ली में बैठकर इजरायल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं जबकि केरल में आतंकवादी हमास द्वारा जिहाद के खुले आह्वान के कारण निर्दोष ईसाइयों पर हमले और बम विस्फोट हो रहे हैं.' इसके बाद मुख्यमंत्री और चंद्रशेखर के बीच सोमवार को जुबानी जंग हुई.
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भारतीय जनता पार्टी के नेता ने विजयन को 'झूठा' बताया और इस पर पलटवार करते हुए विजयन ने केंद्रीय राज्यमंत्री को 'बेहद जहरीला' करार दिया. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अगर कोई कानून का उल्लंघन करने वाले बयान देता है, भले ही वह केंद्रीय या राज्य मंत्री ही क्यों न हो, तो उसके खिलाफ मामले दर्ज किए जाएंगे. इस बीच, कांग्रेस ने केरल के पुलिस प्रमुख के समक्ष राज्य में साम्प्रदायिक द्वेष फैलाने के उद्देश्य से की गई कथित टिप्पणियों के लिए चंद्रशेखर, बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव अनिल के एंटनी, गोविंदन, एर्नाकुलम के पूर्व सांसद सेबेस्टियन पॉल, बीजेपी के पूर्व प्रवक्ता संदीप जी वेरियर और तृणमूल कांग्रेस की दक्षिण भारतीय इकाई के संयोजक रीवा थुलूर फिलिप के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई है.
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