डीएनए हिंदी: चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग के लिए चंद्रयान-3 मिशन की लॉन्चिंग हो गई है. आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में स्थित इसरो के सेंटर से यह लॉन्चिंग की गई है. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह समेत तमाम लोग मौजूद रहे. चंद्रयान-3 के लॉन्चिंग के दौरान देर तक तालियां बजती रही. चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग पर देश खुशियां मना रहा है. ऐसे में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विपक्षी दलों के कई नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ट्वीट किया कि भारत ने अंतरिक्ष अन्वेषण में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित करते हुए चंद्रयान-3 का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया. इसके लिए इसरो की टीम को बधाई. यह अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रगति के प्रति देश की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है. चंद्र मिशन की सफलता के लिए मेरी शुभकामनाएं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी ने कही यह बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा कि भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में 14 जुलाई, 2023 की तारीख सुनहरे अक्षरों में लिखी जाएगी. यह मिशन हमारे राष्ट्र की आशाओं और सपनों को आगे बढ़ाएगा. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि आज एक अरब से ज़्यादा लोग आकाश की तरफ गर्व से देख रहे हैं. चंद्रयान-3 वैज्ञानिक समुदाय के वर्षों की मेहनत का नतीजा है. वैज्ञानिक समुदाय 1962 के भारत के स्पेस प्रोग्राम और इसके बाद 1969 इसरो के गठन के बाद से ही मेहनत कर रहे हैं. इस मिशन की सफलता मिलने पर हम चंद्रमा पर स्पेसक्राफ्ट उतारने वाले चौथे देश बन जाएंगे. सच में अतुलनीय कदम. इसरो की पूरी टीम को बधाई.
गृहमंत्री अमित शाह ने दी बधाई
गृह मंत्री अमित शाह ने लिखा कि आज चंद्रयान-3 के सफल लॉन्च से भारत ने ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा शुरू की है. ISRO के वैज्ञानिकों को मेरी ओर से हार्दिक बधाई, जिनके अथक प्रयास से भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में नई पटकथा लिखने जा रहा है, जिसे पीढ़ियां याद रखेंगी. केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि यह भारत के लिए गौरव का क्षण है. शुक्रिया इसरो भारत को गर्व महसूस कराने के लिए. शुक्रिया नरेंद्र मोदी, आपने यह संभव कर दिया क्योंकि आपने श्री हरिकोटा का गेट खोलकर भारत के स्पेस सेक्टर को मजबूत कर दिया. कांग्रेस ने कहा कि 1972 और 1984 के बीच धवन ने हर तरह से इसरो समुदाय का मार्गदर्शन किया. यू आर राव से शुरू होकर अबतक उनके प्रत्येक उत्तराधिकारी ने साराभाई-धवन की विरासत को आगे बढ़ाया है और महत्वपूर्ण योगदान दिया है.