'दर्शन की आस, हो गया बुरा हाल' Char Dham Yatra में जाम हुए पहाड़, रास्ते में कट रही श्रद्धालुओं की रात

Written By कविता मिश्रा | Updated: May 23, 2024, 03:09 PM IST

Char Dham Yatra

Char Dham Yatra: मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने चार धाम यात्रा को लेकर सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को एडवाइजरी जारी की है. बिना पंजीकरण चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों को लौटाया जाएगा.

उत्तराखंड चारधाम यात्रा जोरों-शोरों से चल रही है. देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु चारधामों के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं. भयानक गर्मी, अचानक मौसम में परिवर्तन और ऊंची चढ़ाई की वजह से श्रद्धालुओं को कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है. भीड़ की वजह से कुछ कुछ रास्ते में ही फंसे हुए हैं, इतना ही नहीं बल्कि कुछ श्रद्धालु बिना दर्शन के ही अपने घर लौट जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी लोग भीड़ और सड़कों पर लगे लंबे जाम की शिकायत कर रहे हैं. 

यात्रियों सुरक्षा को देखते हुए 31 मई तक ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन स्थगित करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को देखते हुए जनहित में इस निर्णय को जरूरी बताया है. वहीं, 20 जून तक चारो धामों की ऑनलाइन बुकिंग भी फुल हो चुकी है. ऐसे में कुछ यात्रियों को इसकी जानकारी नहीं थी और उन्हें पता था कि ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करा लेंगे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. 


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मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने श्रद्धालुओं के लिए एडवाइजरी जारी किया है, जिसमें उनसे पंजीकरण के बाद ही यात्रा पर आने का अनुरोध किया गया है. एडवाइजी में कहा गया है कि बिना पंजीकरण के आने पर उन्हें 'बैरियर' या 'चेक प्वॉइंट' पर रोका जा सकता है और इससे उन्हें भारी असुविधा का सामना करना पड़ेगा. 


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सड़कों पर लगा जाम 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन न होने की वजह से कुछ श्रद्धालु हरिद्वार, ऋषिकेश और देवप्रयाग में फंसे हुए हैं, वहीं, भीड़ होने के वजह से सड़कों पर लंबा जाम लगा है. रास्ते में फंसे श्रद्धालुओं का कहना है कि उन्हें गाड़ियों में रात गुजारनी पड़ रही है. बिना दर्शन के लौट रहे श्रद्धालुओं का कहना है कि उत्तराखंड पहुंचने के बाद भी चारधाम के दर्शन न कर पाना दुर्भाग्यपूर्ण है, यह उनके जीवन का सबसे बड़ा अनुभव है. बताया जा रहा है कि इन लोगों को ऋषिकेश में अस्थाई पंजीकरण के लिए रोका गया था फिर अचानक अस्थाई पंजीकरण की व्यवस्था भी बंद कर दी गई. 

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