डीएनए हिंदी: अमेरिकी वायुसेना ने चिनूक हेलीकॉप्टरों के इंजन में आग लगने की चिंताओं के बीच अपने पूरे बेड़े के उड़ान भरने पर रोक लगा दी है. हालांकि भारतीय सेना का चिनूक हेलीकॉप्टरों का बेड़ा अभी भी पूरी तरह से ऑपरेशनल है. सरकार से जुड़े सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, भारतीय वायु सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर का बेड़ा अभी भी काम कर रहा है. भारत ने उन कारणों का विवरण मांगा है जिनके कारण इंजन में आग लगने के खतरे के कारण अमेरिकी सेना के चिनूक सीएच-47 हेलीकॉप्टरों के पूरे बेड़े को बंद करना पड़ा है.
अमेरिका ने क्यों रोकी चिनूक की उड़ान?
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी सेना मटेरियल कमांड ने 70 से अधिक हेलीकॉप्टरों का निरीक्षण करते हुए पूरे बेड़े के उड़ाने भरने पर रोक लगाने का फैसला किया. अधिकारियों ने कहा कि सेना के अधिकारियों को हेलीकॉप्टरों के इंजन में आग लगने की कम संख्या के बारे में पता है और इन घटनाओं में कोई घायल या मौत नहीं हुई है. चिनूक हेलीकॉप्टरों के उड़ान भरने पर रोक लगाने के बाद अमेरिका सेना को अपने सैनिकों के लिए सैन्य चुनौतियों का सामना कर पड़ सकता है. अमेरिकी सेना के पास करीब 400 चिनूक हेलीकॉप्टर हैं.
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चिनूक को उड़ान से रोकने के फैसले पर अमेरिका सेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि हमारे सैनिकों की सुरक्षा सेना की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारे विमान सुरक्षित और उड़ने योग्य बने रहें. आपको बता दें कि चिनूक एक ऐसा हेलीकॉप्टर है जिसका उपयोग भारी सामान उठाने के लिए किया जाता है. इसके अलावा नियमित और विशेष सेना दोनों बलों द्वारा इसका उपयोग किया जाता है. यह हेलीकॉप्टर छह दशकों से अमेरिकी सेना के हेलीकॉप्टर बेड़े का एक प्रमुख केंद्र रहा है. चिनूक को एयरोस्पेस कंपनी बोइंग ने बनाया है.
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