Christmas 2022: क्रिसमस को लेकर देश में जश्न की तैयारियां, जानिए कब और कहां हुआ था यीशू का जन्म

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Dec 24, 2022, 07:18 PM IST

Christmas 2022 को लेकर देश के गिरिजाघरों में जश्न का माहौल है. इसके चलते बाजारों में भी रौनक देखने को मिली है.

डीएनए हिंदी: क्रिसमस 2022 (Christmas 2022) की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. लोग रात 12 बजें भगवान ईसा-मसीह के जन्म के लिए गिरिजाघरों से लेकर घरों तक में सजावट कर चुके हैं. सैंटा क्लॉज (Santa Claus) बनकर लोगों को गिफ्ट दे रहे हैं लेकिन क्या आपको पता है कि ईसा मसीह का जन्म कब कहां मथा. वहीं सैंटा क्लॉज की इस त्योहार में क्या अहमियत है तो चलिए आज आपको इसकी पूरी कहानी बताते हैं. 

दरअसल, कथाओं के अनुसार प्रभु यीशु का जन्म करीब 4-6 ई.पू में हुआ था. प्रभू यीशू की माता का नाम मरियम और पिता का नाम यूसुफ था जो कि बढ़ई थे. मरीयम को एक सपना आया था जिसमें उन्हें प्रभु के पुत्र यीशु को जन्म देने की भविष्यवाणी की गई थी. गर्भवास्था के दौरान मरियम को बेथलहम की यात्रा करनी पड़ी. रात होने के कारण उन्होंने रूकने का फैसला किया, लेकिन कहीं कोई ठिकाना नहीं नहीं मिला. एक गडरिए के यहां ही उसी के अगले दिन माता मरियम ने प्रभु यीशु को जन्म दिया था. 

बता दें कि  336 ई.पूर्व में रोम के पहले ईसाई सम्राट के शासन समय 25 दिसंबर के दिन सबसे पहले क्रिसमस मनाने की शुरुआत हुई थी. इसके कुछ साल बाद पोप जुलियस ने आधिकारिक तौर पर 25 दिसंबर को जीसस क्राइस्ट का जन्मदिवस मनाने की घोषणा कर दी थी.

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अब बात करें सैंटा क्लॉज की तो संत निकोलस को सांता क्लॉज कहा जाता है जिनका जन्म तुर्किस्तान के मायरा के रोवानिएमी गांव में हुआ था. प्रभु ईसा मसीह की मौत के 280 साल बाद जन्मे संत निकोलस एक अमीर परिवार के थे और वह हमेशा गरीबों की मदद करते थे. इसीलिए आज सैंटा क्लॉज लोगों को गिफ्च बांटते देता हैं. 

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