भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) वकील से सवाल पूछा कि क्या भारत में मृत्युदंड संवैधानिक है? इस पर एआई वकील ने जो जवाब दिए उससे सीजेआई चंद्रचूड़ प्रभावित हो गए. दरअसल, गुरुवार को सीजेआई ने सुप्रीम कोर्ट में राष्ट्रीय न्यायिक संग्रहालय और अभिलेखागार का उद्घाटन किया. जजों की पुरानी लाइब्रेरी को ही म्यूजियम में तब्दील किया गया है. इस मौके पर सीजेआई ने एआई वकील से बात की.
AI वकील ने सीजेआई को क्या दिया जवाब?
भारत के सर्वोच्च न्यायालय में राष्ट्रीय न्यायिक संग्रहालय और पुरालेख (NJMA) में एक एआई वकील (AI Lawyer) के साथ बातचीत की. सीजेआई ने एआई वकील से पूछा कि क्या भारत में मृत्युदंड संवैधानिक है? इस पर एआई वकील ने जवाब दिया, 'हां, भारत में मृत्युदंड संवैधानिक है. यह सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित दुर्लभतम मामलों के लिए आरक्षित है, जहां अपराध असाधारण रूप से जघन्य किस्म का हो, वहां ऐसी सजा दी जा सकती है .'
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जस्टिस संजीव खन्ना होंगे अगले सीजेआई
एआई वकील का जवाब सुनकर सीजेआई संतुष्ट दिखे. AI वकील का जवाब सुनकर सीजेआई चंद्रचूड़, जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस असहसानुद्दीन अमानतुल्लाह समेत तीनों जज मुस्कुराते दिखे. बता दें, जस्टिस संजीव खन्ना अगले सोमवार को चीफ न्यायाधीश के रूप में कार्यभार संभालने जा रहे हैं. इस उद्घाटन समारोह में बोलते हुए चीफ जस्टिस ने कहा कि नया म्यूजियम सुप्रीम कोर्ट के चरित्र और देश के लिए इसके महत्व को दर्शाता है. यह संग्रहालय युवा पीढ़ी के लिए एक संवादात्मक जगह बने.
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