डीएनए हिंदी: भारी बारिश और भूस्खलन से जूझ रहे हिमाचल प्रदेश को अभी भी राहत नहीं मिल पाई है. किन्नौर में बादल फटने के कारण तेज बहाव से पानी बह रहा है. कई जगहों पर निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. तेज बहाव के चलते दर्जनों गाड़ियां भी बह गई हैं और कई अन्य संपत्तियों को भी भारी नुकसान पहुंचा है. रिपोर्ट के मुताबिक, किन्नौर की सांगला घाटी में बाल फटने से दर्जनों गाड़ियां बह गई हैं. हालांकि, किसी की जान नहीं गई है और लोग सुरक्षित हैं. कई जिलों में अभी भी ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी है क्योंकि इन जिलों में भारी बारिश हो रही है.
यह मामला गुरुवार सुबह साढ़े 6 बजे का है. सांगला के कामरू गांव में भारी बारिश के चलते अचानक बाढ़ आ गई. बारिश का पानी और मलबा पहाड़ से बहकर तेजी से नीचे आया और रास्ते में मिली कई गाड़ियों को बहा ले गया. इस मलबे की वजह से सेब समेत कई अन्य फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. लोग दहशत के साए में जी रहे हैं कि उनका क्या होगा. कई इलाकों में अभी भी भारी बारिश जारी है.
यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र के रायगढ़ में भूस्खलन से धंस गया गांव, अब तक 4 की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
बह गईं दर्जनों गाड़ियां
बाढ़ के बाद राजस्व विभाग की टीम नुकसान का आकलन कर रही है. बताया गया है कि लगभग 20 से 25 गाड़ियां बह गई हैं. दूसरी तरफ, शिमला के पास एक गांव में तेजी से मलबा आने की वजह से एक महिला उसी में दब गई. बता दें कि बुधवार को चंबा के सलूणी में भी भारी बारिश के कई गाड़ियां बह गई थीं. इसी तरह कुल्लू में भी फ्लैश फ्लड आई थी और एक व्यक्ति की मौत हो गई है.
यह भी पढ़ें- ट्रेन रुकने पर नाला पार कर रही थी महिला, हाथ से छूटकर पानी में बह गया 4 महीने का बच्चा
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में 8 से 11 जुलाई के बीच हुई तेज बारिश के बाद से अभी तक प्रदेश बेहाल है. कई जिलों में अभी भी लोग विस्थापित हैं और डर के साए में जी रहे हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश के कई जिलों में 20 से 25 जुलाई तक भारी बारिश होगी. इसी वजह से इन इलाकों में येलो अलर्ट जारी किया गया है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.