डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना (यूबीटी) की शाखा तोड़े जाने को लेकर पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे की चेतावनी पर रविवार को पलटवार किया. उन्होंने कहा कि उद्धव की चेतावनी सिर्फ कोरी धमकी है. जनता की ताकत के सामने किसी की नहीं चलती. शिंदे ने एक दिवाली कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद कहा कि शनिवार को जब उद्धव ने मुंब्रा में शाखा स्थल का दौरा करने का प्रयास किया, तो उन्हें वापस आना पड़ा.
उद्धव शिवसेना (यूबीटी) के शीर्ष नेताओं के साथ पार्टी की तोड़ी गई शाखा का दौरा करने के लिए मुंब्रा गए थे, लेकिन उन्हें एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा था. कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए और उन्हें काले झंडे दिखाए. स्थिति तनावपूर्ण होने पर उद्धव ठाकरे और उनकी पार्टी के नेता वहां से चले गए. मुख्यमंत्री शिंदे ने आरोप लगाया कि उद्धव की यात्रा दिवाली उत्सव के दौरान बाधा उत्पन्न करने के प्रयास के अलावा और कुछ नहीं थी.
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शिंदे ने कहा, ‘उद्धव ठाकरे की यात्रा के दौरान मुंब्रा के लोगों ने अपनी ताकत दिखाई. जनता की ताकत के सामने किसी की नहीं चलती. मुंब्रा में शिवसैनिकों के पटाखे जलाने पर उन्हें वहां से जाना पड़ा. शक्ति प्रदर्शन इतना तीव्र था कि उन्हें (शिवसेना यूबीटी नेताओं को) पीछे हटना पड़ा.
'अगले चुनाव में खत्म हो जाएगी UBT'
उन्होंने दावा किया कि हाल के ग्राम पंचायत चुनावों में शिवसेना (यूबीटी) सातवें स्थान पर चली गई और अगले चुनावों में वह 10वें स्थान पर खिसक जाएगी, क्योंकि लोग उसे करारा जवाब देंगे. एकनाथ शिंदे शाखा भूमि पर अतिक्रमण को लेकर उद्धव के आरोपों पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि वह उत्सव के माहौल को बर्बाद नहीं करेंगे और अपने काम के जरिए आरोपों का जवाब देंगे. (PTI इनपुट के साथ)
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