लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में बीजेपी को सबसे बड़ा नुकसान उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में ही हुआ है. अब भगवा पार्टी फिर से अपना जनाधार मजबूत करने में जुट गई है. अखिलेश यादव और इंडिया अलायंस (INDIA Alliance) को कमजोर करने के लिए बीजेपी हर मुमकिन कोशिश कर रही है. मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव (Aparna Yadav) को महिला आयोग का वाइस प्रेसिडेंट बनाया गया है. इससे परिवार के अंदर ही टकराव की संभावना भी हो सकती है.
महिला आयोग की उपाध्यक्ष बनाया गया अपर्णा यादव को
अपर्णा यादव जब बीजेपी में शामिल हुई थीं तो माना जा रहा था कि उनकी कोई बड़ी भूमिका होगी. हालांकि, लोकसभा चुनाव के दौरान वह लगभग बैकग्राउंड में ही थी. सूत्रों का कहना है कि अपर्णा सेफ सीट से टिकट चाहती थीं, लेकिन उन्हें नहीं मिला. दूसरी ओर परिवार के सदस्यों के खिलाफ चुनाव लड़ने की उनकी इच्छा नहीं थी. हालांकि, अब उन्हें राज्य महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया है.
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अब देखना है कि मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू की भूमिका प्रदेश की राजनीति में बढ़ती है या नहीं. अपर्णा को जिम्मेदारी देकर बीजेपी और सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी को बड़ा संदेश तो जरूर दे दिया है. माना जा रहा है कि 2027 के चुनाव में उन्हें टिकट मिल सकता है. उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव भी हैं और माना जा रहा है कि कई सीटों पर अपर्णा प्रचार करती भी नजर आ सकती हैं.
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