भारत सरकार ने कतर की जेल से नौसेना के 8 पूर्व अधिकारियों को रिहा कराने में कामयाबी तो हासिल कर ली, लेकिन अभी तक 7 अधिकारियों की वतन वापसी हो पाई है. आठवें अधिकारी के भारत लौटने का इंतजार हो रहा है. इन पूर्व नौसेना अधिकारियों को कतर में जासूसी के मामले में मौत की सजा सुनाई गई थी.
कतर की जेल से भारतीय अधिकारी 12 फरवरी को रिहा हुए थे. इनमें से पूर्णेंदु तिवारी यात्रा प्रतिबंधों और एक अन्य मामले में उलझे होने की वजह से भारत नहीं लौट पाए. पू्र्णेंदु की वतन वापसी को लेकर अब जानकारी सामने आई है. रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्णेंदु तिवारी यात्रा प्रतिबंधों के मामले साफ होते ही भारत के लिए उड़ान भरेंगे. उम्मीद है कि अगले सप्ताह वह भारत लौट सकते हैं.
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द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्णेंदु तिवारी के भारत लौटने की घोषणा पहले से नहीं की जाएगी. जब वह भारत आ जाएंगी तब इसकी जानकारी दी जाएगी. पूर्णेंदु पूरा परिवार उनके देश लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रहा है.
30 अगस्त 2022 को कतर की खुफिया एजेंसी ने आठ पूर्व नौसेनिकों को गिरफ्तार किया था. 26 अक्टूबर 2023 को जासूसी के आरोप में कतर की कोर्ट ने आठों को मौत की सजा सुनाई थी. भारत को इस मामले को वहां की सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी. 12 फरवरी को दोहा ने मौत की सजा पाए भारतीय नौसेना के आठ अधिकारियों को रिहा कर दिया. इसके सभी का भारत लौटने का रास्ता साफ हो गया था.
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