कर्नाटक में गणेश विसर्जन के दौरान भड़की सांप्रदायिक हिंसा, कई दुकानें, मोटरसाइकिलें आग के हवाले, ऐसे शुरू हुआ विवाद

मीना प्रजापति | Updated:Sep 12, 2024, 07:14 AM IST

कर्नाटक में गणेश विसर्जन के दौरान दो संप्रदायों के बीच जमकर हिंसा हुई. मामला इतना गंभीर हो गया कि इलाके में धआरा 163 लगानी पड़ी.

कर्नाटक के मांड्या जिले के नांगमंगला में गणेश विसर्जन के दौरान दो पक्षों के बीच झड़प का मामला सामने आया है. दो संप्रदायों के बीच टकराव हो गया. टकराव से हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए. इस दौरान जमकर फायरिंग और पथराव हुआ. उपद्रवियों ने कई दुकानों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया. हालातों को काबू में करने के लिए पुलिस ने इलाके में हाई अलर्ट जारी कर दिया है और BNS की धारा 163 लागू कर दी गई है.  एक जगह पर पांच से अधिक लोग इकट्ठा होने की मनाही है. 

पुलिस हाई अलर्ट पर
घटना कर्नाटक के नागमंगला टाउन स्थिति थानाक्षेत्र की बताई जा रही है. दो पक्षो के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों समुदाय हिंसा पर उतर आए. हालात पर काबू पाने के लिए इलाके में धारा 163 लागू कर दी गई. आरोप है कि हिंदुओं की दुकानों को आग के हवाले कियाा गया. 

ऐसे शुरू हुआ विवाद
जानकारी के मुताबिक, कर्नाटक के बदरीकोप्पल गांव में गणेश प्रतिमा को भव्य तरीके से निकाल रहे थे. गणेश विसर्जन के लिए विशाल जुलूस निकाल रहे थे. जब जुलूस नागमंगला की मेन सड़क पर स्थित एक मस्जिद के पास से गुजरा तभी मस्जिद के पास से जुलूस पर कथित तौर पर पत्थर फेंके गए. इसका आरोप मुस्लिम युवकों पर लगा है. हिंदू पक्ष का कहना है कि हम पर पथराव तब हुआ जब गणपति विसर्जन के लिए जुलूस निकाला जा रहा था. 

वाहन, दुकानें आग के हवाले
दोनों पक्षों के बीच सांप्रदायिक हिंसा भड़कने के बाद पेंट की दुकानें, बाइक शोरूम और कपड़ों की दुकानों को आग के हवाले कर दिया. दुकानें पूरी तरह जलकर खाक हो गईं. तो वहीं, वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया. गुस्साए हिंदुओं ने थाने के सामने मूर्ति रखकर प्रदर्शन किया और जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी की मांग की. 

केंद्रीय मंत्री ने की घटना की कड़ी निंदा
केंद्रीय मंत्री एडी कुमारस्वामी ने मांड्या में घटी सांप्रदायिक हिंसा की निंदा की. उन्होंने बयान जारी कर कहा कि वे इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह एक शांतिपूर्ण जुलूस पर दूसरे पक्ष ने पत्थर और चप्पल फेंकी, पेट्रोल बम फोड़े और तलवारें लहराईं, वह शहर में शांति व्यवस्था की असफलता का प्रमाण है.  


यह भी पढ़ें - नूंह से लेकर गुरुग्राम तक कैसे फैली सांप्रदायिक हिंसा, क्यों सुलग रहा हरियाणा, अब कैसे हैं हालात?


 

पहले भी घट चुकी है ऐसी घटना
मिली जानकारी के मुताबिक, इस इलाके में इसी मस्जिद के सामने पहले भी सांप्रदायिक हिंसा हुई थी. तब मस्जिद के सामने का एक हिस्सा ढहा दिया गया था. स्थिति को काबू में करने के लिए इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है. 

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.

Ganesh immersion procession Karnataka Crime News