हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस पार्टी को बताया 'एक्सपायर्ड ड्रग', लगाए कई गंभीर आरोप

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Sep 30, 2022, 08:02 AM IST

himanta biswa sarma

हिमंत बिस्वा सरमा दो दशकों तक कांग्रेस पार्टी में रहे हैं. इसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए. इस समय वह असम के मुख्यमंत्री पद की कमान संभाल रहे हैं.

डीएनए हिंदी: असम के मुख्यमंत्री हिंमत बिस्व सरमा ने गांधी परिवार पर बड़ा प्रहर किया है. हिमंत बिस्वा सरमा ने पिछले आठ सालों में गांधी परिवार के नेतृत्व में कांग्रेस के घटते कद को लेकर कटाक्ष किया है. उन्होने कहा कि कांग्रेस उस ड्रग के समान है जिसकी डेट एक्सपायर हो चुकी है. न्यूज एजेंसी ANI के साथ एक इंटरव्यू में हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि NDA 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बहुत अधिक बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करेगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अब भी लगता है कि वह सत्ताधारी पार्टी है और बीजेपी ने उससे सत्ता छीन ली है.

उन्होंने आगे कहा, "लेकिन गांधी परिवार को विपक्षी दल के तौर पर मत देखिए. ये एक्सपायर्ड ड्रग्स हैं. कांग्रेस विपक्ष की भूमिका भी नहीं निभा सकती क्योंकि इस पार्टी को कभी लगता ही नहीं कि यह विपक्ष में है. वे सिर्फ नाम के लिए एके विपक्षी पार्टी हैं. उनके दिमाग में है कि हम सत्ताधारी पार्टी हैं. उन्हें कहीं न कहीं ऐसा लगता है कि नरेंद्र मोदी ताकत के बल पर भारत के प्रधानमंत्री बन गए हैं. यह उन्हीं की सीट है. वे विपक्ष नहीं हैं. उन्हें विपक्ष में रहने पर गुस्सा आता है."

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असम के मुख्यमंत्री ने दावा किया कि ब्यूरोक्रेसी में यह धारणा है कि कांग्रेस शासन की स्वाभाविक पार्टी है. इसे ध्वस्त किया जाना चाहिए. तभी आपके पास सही तरह से लोकतंत्र होगा. उन्होंने कांग्रेस पर सत्ता में रहते हुए विपक्षी सरकारों को बर्खास्त करने के लिए अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग करने का आरोप भी लगाया. हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि नरेंद्र मोदी वन पार्टी सिस्टम के लिए चुनौती हैं. वह कांग्रेस के आधिपत्य को चुनौती दे रहे हैं.

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हिमंत बिस्वा सरमा दो दशकों तक कांग्रेस पार्टी में रहे हैं. इसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए. भाजपा में शामिल होने के बाद वह पहले पांच सालों में सर्वानंद सोनोवाल की सरकार में मंत्री रहे. फिर अगले चुनावों के बाद असम का मुख्यमंत्री बना दिया गया. उन्होंने इंटरव्यू के दौरान कहा कि कांग्रेस का सफाया होने के बाद एक नया सियासी दल उभरेगा जो इस समझ के साथ आएगा कि वे विपक्षी दल हैं और भारत में सामान्य तरीके से सत्ता का खेल शुरू हो जाएगा.

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उन्होंने कहा कि अभी भी एक दल का शासन हो सकता है लेकिन "एक परिवार का शासन" बनाया गया था. कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि आप ऐसी संस्था बनाना चाहते हैं, जहां 10 जनपथ से पूरा भारत चलता हो. वो संस्था आपको वापस नहीं मिलेगी. आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी युग की शुरआत के बाद से कांग्रेस पार्टी लगातार निराशाजनक प्रदर्शन कर रही है. कांग्रेस ने दो लोकसभा चुनावों और 2014 के बाद हुए अधिकांश विधानसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन किया है. कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है. इस समय यह दल अपने नए अध्यक्ष के चुनाव को लेकर मचे बवाल को लेकर सुर्खियों में है.

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