डीएनए हिंदी: कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे प्रचार में जुटे हुए हैं. प्रचार कार्यक्रम के बीच शशि थरूर द्वारा दिए गए 'Uneven Playing Field' बयान पर कांग्रेस के भीतर जमकर चर्चा हो रही है. इस बीच गुरुवार को शशि थरूर ने मीडिया को विस्तार से बताया कि उन्होंने ऐसे बात क्यों कही. शशि थरूर ने कहा कि वो कांग्रेस में अध्यक्ष पद का चुनाव करवा रहे मधुसुदन मिस्त्री और उनकी टीम के खिलाफ कोई बयान नहीं देना चाहते लेकिन उनकी उनकी सिस्टम से नाराजगी है.
शशि थरूर ने कहा, "सिस्टम में कुछ कमियां हैं ये हम सब को पता है. 22 साल से चुनाव नहीं हुए हैं. जैसे की हमें एक लिस्ट दी गई थी दिया था 30 तारीख को, फिर पिछले बुधवार को हमें एक और लिस्ट मिली. कल नहीं एक हफ्ते पहले. पहले लिस्ट में किसी के फोन नंबर नहीं थे तो लोगों को कैसे संपर्क करें. इसमें अधूरा एड्रेस था. लोगों को संपर्क करना मुश्किल था. फिर फोन नंबर मिले लेकिन दोनों लिस्ट में काफी अंतर थे. नाम भी अलग थे. कई नाम पहली लिस्ट में थे तो दूसरी लिस्ट में नहीं थे. इस तरह गैप थे."
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उन्होंने आगे कहा, "मेरी यह शिकायत नहीं हैं कि ये जानबूझ कर रहे हैं. समस्या ये है कि हमारी पार्टी में लंबे समय से चुनाव नहीं हुए हैं. हमारी मिस्त्री साब और उनकी टीम से कोई शिकायत नहीं है लेकिन सिस्टम में कमियां हैं. शायद ही हम 17 तारीख तक सब लोगों तक पहुंच सकें. हमारा मैनिफेस्टो लोगों तक नहीं पहुंच सकेगा इसलिए मैं मीडिया के जरिए यह कोशिश कर रहा हूं."
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उन्होंने कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर खुलकर तो आरोप नहीं लगाए लेकिन उन्होंने कहा, "कुछ नेताओं ने जिस तरह के काम किए हैं, उस वजह से मैंने यह कहा कि यह लेवल प्लेइंग फिल्ड नहीं है क्योंकि कई जगहों पर आपने देखा होगा कि PCC नेता मल्लिकार्जुन खड़गे का सहयोग करते हैं लेकिन मेरा साथ ऐसा नहीं हुआ. मेरी कोई शिकायत नहीं है. मैं साधारण कार्यकर्ताओं से मिल रहा हूं. क्या आपको लगता है कि ट्रीटमेंट में कुछ फर्क नहीं है."
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