डीएनए हिंदी: कांग्रेस अध्यक्ष पद (Congress President Election) को लेकर पार्टी में आंतरिक सियासत अब काफी तेज हो गई है. एक समय ऐसा था कि जब गांधी परिवार (Gandhi Family) चाहता था कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) पार्टी के मुखिया बनें लेकिन राजस्थान के राजनीतिक संग्राम में गहलोत ने सीएम पद को लेकर अपने करीबियों के जरिए गांधी परिवार के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है जिसके चलते अब यह माना जा रहा है अशोक गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में पिछड़ गए हैं और कई नए नाम इस पद के लिए सामने आ गए हैं.
दरअसल, राजस्थान में सियासी संकट के बीच कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव फंस गया है. ऐसे में पहले ही कांग्रेस नेता शशि थरूर और पवन बंसल चुनाव लड़ने को लेकर नामांकन फॉर्म खरीद चुके हैं. इसके अलावा अशोक गहलोत जो गांधी परिवार की तरफ से अध्यक्ष पद के सबसे बड़े दावेदार थे उन्होंने कोई फॉर्म नहीं खरीदा है.
अशोक गहलोत को भारी न पड़ जाए 'बगावत', पुराने साथियों ने भी उठाए सवाल
इन नेताओं का चल रहा है नाम
प्रत्याशियों को लेकर चल रही इस उहापोह के बीच कांग्रेस नेता और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार समेत कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, मुकुल वासनिक, खड़गे, कुमारी सैलजा का नाम कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में चलने लगा है. संभावनाएं हैं कि गहलोत के रेस पिछड़ने के बाद ये सभी नेता पार्टी के मुखिया बनने के प्रयास करने लगे हैं.
आपको बता दें कि मल्लिकार्जुन खड़गे फिलहाल इस लिस्ट में गांधी परिवार के सबसे बड़े और भरोसेमंद नेता माने जा रहे हैं. गांधी परिवार के करीबी होने के चलते ही राज्यसभा में कांग्रेस ने उन्हें अपना नेता बनाया था. ऐसे में यह माना जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान खड़गे को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के लिए मना सकता है जिसके बाद 30 सितंबर तक खड़गे अपना पर्चा भी दाखिल कर सकते हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव: Shashi Tharoor के अलावा इस नेता ने खरीदा नॉमिनेशन फॉर्म
दिग्विजय सिंह ने भी जताई दिलचस्पी
इसके अलावा कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) भी इस चुनाव की रेस में हैं. उन्होंने हाल ही में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्षा सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात की थी. इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए मजाक में ही सही लेकिन दिग्विजय सिंह ने यह अवश्य कहा था कि वे भी पार्टी के मुखिया बन सकते हैं.
PFI के अलावा इन संगठनों पर भी हुआ एक्शन, देखिए पूरी लिस्ट
गांधी परिवार के लिए मुश्किल घड़ी
वहीं दूसरी ओर गहलोत के पीछे होने के चलते शशि थरूर (Shashi Tharoor) का राजनीतिक कद फिलहाल अध्यक्ष पद को लेकर काफी बड़ा हो गया है और वे इस बढ़े हुए राजनीतिक कद का फायदा उठा सकते हैं. शशि थरूर पार्टी के बगावती बुजुर्ग गुट के नेता हैं और उनका रेस में आगे निकलना गांधी परिवार के लिए एक झटका है. ऐसे में यह माना जा रहा है कि गांधी परिवार जल्द ही अपने किसी भरोसेमंद नेता का नाम अध्यक्ष पद की रेस में लेकर आ सकता है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.