डीएनए हिंदी: उत्तराखंड में अंकिता भंडारी की हत्या को एक साल बीत गया है लेकिन अभी तक उसे न्याय नहीं मिल पाया है. अंकिता को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस पार्टी लगातार सरकार पर हमलावर रही है. इसी कड़ी में प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष ज्योति रौतेला के नेतृत्व में राज्य व केन्द्र सरकार के नीतियों के खिलाफ सैकड़ों महिला कार्यकर्ताओं के साथ मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया.
ज्योति रौतेला ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी अंकिता भण्डारी हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग लगातार राज्य व केन्द्र सरकार से करती आ रही है लेकिन आजतक उनके परिवार को न्याय नही मिल पाया है. उन्होंने कहा मणिपुर में जिस तरह से महिलाओं को सरकार की नाक के नीचे निर्वस्त्र कर सड़कों पर घुमाया गया, यह देश को शर्मशार करने वाली घटना थी लेकिन आज तक उन महिलाओं को न्याय नहीं मिल पाया है.
पढ़ें: महिला आरक्षण बिल 2024 के लोकसभा चुनाव में नहीं होगा लागू, जानें क्या है इस बारे में पूरी बात
BJP सरकार में महिलाओं का किया जा रहा उत्पीड़न
उन्होंने राज्य के युवाओं से अपील करते हुए कहा कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सड़कों में उतरकर आन्दोलन करें ताकि देश व राज्य में हो रहे अत्याचार का बदला लिया जा सके. इस पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड में कानून व्यवस्था नाम की चीज नही है. जहां तहां आये दिन महिलाओं के साथ अत्याचार किए जा रहे हैं और उन्हें न्याय दिए जाने के बजाय उनका और अधिक उत्पीड़न किया जा रहा है. राज्य सरकार विकास के नाम पर डुगडुगी पीट रही है. लेकिन विकास कहीं नही दिख रहा है.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि अंकिता हत्याकांड मानवता के लिए शर्मसार करने वाला और देवभूमि उत्तराखण्ड की अस्मिता को कलंकित करने वाली घटना है. जिसके लिए दोषियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए. जिससे ऐसा अपराध करने वालों को सबक मिल सके. उन्होंने कहा कि इस जघन्य आपराधिक घटना में शामिल सभी लोगों के नामों का खुलासा होना चाहिए जिसके लिए कांग्रेस पार्टी इसकी जांच सीबीआई से कराने की मांग करती आ रही है. (इनपुट- PTI)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.