डीएनए हिंदी: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की लगभग सभी सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. लेकिन टिकट बंटवारे से कुछ नेता नाराज नजर आ रहे हैं. कांग्रेस कार्यकर्ता उम्मीदवार बदलने की मांग कर रहे हैं. ऐसा नही नजारा मंगलवार को भोपाल में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के घर के बाहर देखने को मिला. हुजूर विधासभा सीट से उम्मीदवार बदलने की मांग को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कमलनाथ के घर के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ा. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
वीडियो में देखा जा सकता है कि कांग्रेस कार्यकर्ता पोस्टर बैनर लेकर कमलनाथ से हुजूर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बदलने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि पार्टी ने टिकट वितरण सर्वे के आधार नहीं किया. पार्टी को हुजूर सीट से उम्मीदवार को लेकर दोबारा विचार करना चाहिए. बता दें कि कांग्रेस ने इस सीट से नरेश ज्ञानचंदानी को मैदान में उतारा है.
ये भी पढ़ें- DGCA ने जारी किया उड़ानों का विंटर शेड्यूल, इन एयरपोर्ट से होगा फ्लाइटों का संचालन
कांग्रसे उम्मीदवारों को लेकर कर रही मंथन
वहीं, पार्टी कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन और कुछ उम्मीदवारों की नाराजगी के चलते कुछ स्थानों पर उम्मीदवार बदलने को लेकर कांग्रेस के भीतर मंथन चल रहा है. राज्य में विधानसभा चुनाव की 230 सीटों में से 228 स्थान के लिए कांग्रेस उम्मीदवार तय कर चुकी है, जिन उम्मीदवारों को अभी तक तय किया गया है उनको लेकर ही पार्टी के भीतर सवाल उठ रहे हैं और यहां तक कहा जा रहा है कि सर्वे के नाम पर मनमानी की गई है. राज्य की 50 सीटें एसी हैं जहां कांग्रेस के नेताओं में नाराजगी चल रही है और यही बात पार्टी के लिए चिंता का सबक बनी हुई है.
पार्टी के अंदरूनी हालात पर चर्चा करें तो एक बात साफ नजर आ रही है कि कई स्थान ऐसे हैं जिनमें पिछोर और शिवपुरी की चर्चा सबसे ऊपर है, जहां पार्टी ने अपनी योजना के तहत उम्मीदवार तय किए मगर जमीनी स्तर से जो फीडबैक मिला है वह भी पार्टी के लिए खुश करने वाला नहीं है. यही कारण है कि इन दोनों स्थानों पर उम्मीदवार बदलने को लेकर मंथन चल रहा है इसके अलावा भी कई स्थान ऐसे हैं जहां पार्टी उम्मीदवार बदलने पर विचार कर रही है.
दिग्विजय सिंह का दावा सर्वे के आधार पर दिया टिकट
पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की मानें तो उन्हें पार्टी ने असंतुष्टों से बातचीत करने के लिए कहा है और वह ऐसे कार्यकर्ताओं से बातचीत करने के लिए तैयार हैं जो नाराज हैं या असंतुष्ट हैं. उसके बाद प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला से बात होगी और वस्तु स्थिति से कमलनाथ को अवगत कराया जाएगा. पार्टी ने आपसी समन्वय स्थापित करने की जिम्मेदारी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को सौंप रखी है और वह ऐसे लोगों से लगातार बातचीत करने की कोशिश कर रहे हैं जो पार्टी के फैसले के खिलाफ सड़कों पर उतर रहे हैं. दिग्विजय सिंह का कहना है कि सर्वे के आधार पर 90 फ़ीसदी उम्मीदवारों को मैदान में उतारा गया है, सभी कार्यकर्ता और नेताओं को उम्मीदवार नहीं हाथ के पंजे के लिए काम करना चाहिए.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर