कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर ने एक विवादित बयान देकर नया बखेड़ा कर दिया है. उन्होंने शनिवार को पूर्वी दिल्ली के पांचवे पुश्ता पर सनातन धर्म संसद का आयोजन किया. इस अवसर पर उन्होंने एक नारा दिया कि बहुत सह लिया, अब न सहेंगे, हिंदू हक लेके रहेंगे. अब हम बटेंगे नहीं और कटेंगे नहीं और जो हमें काटना चाहेंगे उसे देख लेंगे. उन्होंने आगे कहा- जिंदगी जब तक रहेगी फुर्सत न मिलेगी काम से, कुछ समय निकालिए, जिसमें प्रेम करिए राम से.
तिरुपति लड्डू विवाद पर क्या बोले कथावाचक
कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर महाराज ने तिरुपति में लड्डुओं में कथित तौर पर चर्बी पाए जाने वाले विवाद पर कहा कि अभी हाल ही में कुछ मंदिरों में प्रसाद में पशुओं की चर्बी पाई गई. यह घटना दोबारा न हो उसके लिए हम सनातन धर्म बोर्ड बनाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि ज्यादातर मंदिर सरकार के अधीन हैं. सरकारी अधिकारियों को पूजा और विधि का कोई ज्ञान नहीं है. उन्हें मंदिर और धर्म का क, ख, ग नहीं आता है. ऐसे में वे मंदिर की देखरेख कैसे करेंगे.
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गुरुकुल की परंपरा लौटेगी- कथावाचक
कथावाचक देवकी नंदन ने आगे कहा कि सनातन धर्म बोर्ड से देश में गुरुकुल की परंपरा लौटेगी. हिंदुओं की घटती संख्या देश के लिए खतरा है, इसलिए हिंदू की संख्या बढ़नी चाहिए. श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथूराकी मुक्ति के लिए तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मिलावट करने वालों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए. इसके लिए जरूरी है कि एक बोर्ड का गठन किया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू बच्चियों की शादी हिंदू परिवारों में ही होनी चाहिए, इसके लिए भी एक नियम बनना चाहिए.
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