डीएनए हिंदी: दुनिया भर में कोविड का नया वैरिएंट जेएन.1 को लेकर लोग दहशत के माहौल हैं. अब तक इस वैरिएंट के केस अमेरिका, कुछ यूरोपीय देश, सिंगापुर, भारत और चीन में भी पाए गए हैं. भारत में इस नए वैरिएंट के खतरे को देखते हुए कई राज्यों ने अलर्ट जारी कर दिया है. तमिलनाडु, पंजाब, केरल समेत कई राज्यों ने कुछ पाबंदियां लगाई हैं और लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग और दूसरे सुरक्षा उपाय अपनाने की अपील की है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से भी नए वैरिएंट के खतरे को देखते हुए सभी जरूरी एहतियातन कदम उठाने की अपील की गई है. हालांकि, यह नया वैरिएंट ज्यादा खतरनाक नहीं है और ज्यादातर केस में घर पर ही उपचार से ठीक हो जा रहा है.
भारत में अब तक कोविड जेएन1 के कुल 178 मामले सामने आए हैं जिनमें सबसे ज्यादा केस अकेले केरल में है. सोमवार तक केरल में केस की संख्या 83 पहुंच गई थी जिसे देखते हुए प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन अपने स्तर पर कई पाबंदियां लागू कर रहे हैं. पूरी दुनिया में नए साल के स्वागत के साथ कोरोना की लहर फिर से आने की आशंका के बीच लोग थोड़े डरे हुए हैं. हालांकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि फिर से लॉकडाउन जैसे हालात नहीं बनेंगे.
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अमेरिका, चीन समेत इन देशों में बढ़ रहे हैं कोविड केस
कोविड केसों की संख्या लगभग सभी देशों में बढ़ रहे हैं और इसमें अमेरिका, कुछ यूरोपीय देश, सिंगापुर और चीन शामिल है. ब्रिटेन में भी कोविड-19 के केस तेजी से बढ़ रहे हैं जिसे देखते हुए कई पाबंदियां लगाई गई हैं. डब्ल्यूएचओ में कोविड-19 तकनीकी प्रमुख मारिया वैन केरखोव की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि पिछले महीने में कोविड-19 अस्पताल में भर्ती होने और आईसीयू में मरीजों के प्रवेश में 35 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है.
तेजी से फैलता है JN-1 वैरिएंट
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की पूर्व महानिदेशक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन के अनुसार, जेएन1 कोविड-19 वैरिएंट कोरोना के दूसरे वैरिएंट की तुलना में ज्यादा संक्रामक है. हालांकि, सामुदायिक स्वास्थ्य स्तर को देखते हुए इसके खतरे कम हैं. कोरोना से जुड़े सुरक्षा उपायों का पालन करने, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क लगाकर निकलने और सैनिटाइजर के इस्तेमाल जैसे नियमों का पालन करने का सुझाव दिया गया है.
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