डीएनए हिंदीः कोरोना (Covid 19) के बढ़ते मामलों के बीच लोग बूस्टर डोज को लेकर सवाल पूछ रहे हैं. अब केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि लोगों को फिलहाल दूसरी बूस्टर डोज की जरूरत नहीं है. फिलहाल सरकार की प्राथमिकता पहली बूस्टर डोज (Covid Booster Dose) को लेकर है. इसके लिए अभियान चलाया जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक कुल 220.11 करोड़ टीके की खुराक (95.13 करोड़ दूसरी खुराक और 22.41 करोड़ एहतियाती खुराक) दी जा चुकी है.
28 फीसदी को लगी पहली बूस्टर डोज
सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक सरकार पहले बूस्टर शॉट के कवरेज को बढ़ाने पर जोर दे रही है. केंद्र सरकार अभी तक 28 फीसदी लोगों को बूस्टर डोज लगा चुकी है. अध्ययनों से पता चला है कि वैक्सीन शॉट से प्राप्त प्रतिरक्षा आमतौर पर चार से छह महीनों में कम हो जाती है. इस अध्ययन में बताया गया है कि एक चौथा शॉट गंभीर बीमारी को दूर करने में मदद करता है, हालांकि विशेषज्ञ अब चौथे बूस्टर के रूप में द्विसंयोजक शॉट्स की सिफारिश कर रहे हैं.
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डॉक्टरों ने चौथी खुराक की मांग की
बता दें कि कुछ डॉक्टरों ने चौथी खुराक शुरू करने का अनुरोध किया गया है, कम से कम उच्च जोखिम वाले लोगों जैसे कि स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों, बुजुर्गों और कॉमरेडिटी से पीड़ित लोगों के लिए. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने 26 दिसंबर को एक बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया से अतिरिक्त खुराक की अनुमति देने के लिए कहा. बता दें कि स्वास्थ्य देखभाल और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए तीसरी खुराक करीब एक साल पहले दी गई थी.
इनपुट-एजेंसी
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