Covishield Vaccine: सुप्रीम कोर्ट पहुंचा कोविशील्ड वैक्सीन के साइड इफेक्ट का मामला, जांच के लिए रखी ये मांग

Written By रईश खान | Updated: May 01, 2024, 04:30 PM IST

Covishield vaccine case

ब्रिटेन स्थित फार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) ने स्वीकार किया है कि कोरोना के दौरान जिन लोगों ने कोविशील्‍ड (Covishield) ली है, उनमें रेयर साइड इफेक्ट हो सकते हैं.

कोविशील्ड वैक्सीन (Covishield Vaccine) की सुरक्षा पहलुओं का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. विशाल तिवारी नाम के वकील ने याचिका दायर कर मांग की है कि इस वैक्सीन की दुष्प्रभाव और जोखिम की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ट जज की निगरानी में चिकित्सा विशेषज्ञ पैनल का गठन किया जाए. साथ ही स्वास्थ्य सुरक्षा के हित में निर्देश जारी करनी मांग की गई है. 

विशाल तिवारी ने अपनी याचिका में सुप्रीम कोर्ट से कहा कि जो लोग कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड की वजह से अक्षम हो गए हैं या जिनकी मौत हो गई है, उन्हें मुआवजा देने का निर्देश दिया जाए. याचिका में कहा गया कि भारत में Covishield की 175 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं. कोरोना के हार्ट अटैक आने और अचानक बेहोश होने से मौतों के आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई है.


ये भी पढ़ें- दिल्ली-नोएडा के 60 स्कूलों को बम की धमकी के बाद बच्चों को भेजा गया घर  


कोविशील्‍ड को लेकर AstraZeneca ने किया खुलासा
बता दें कि ब्रिटेन स्थित फार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) ने स्वीकार किया है कि कोरोना के दौरान जिन लोगों ने कोविशील्‍ड (Covishield) ली है, उनमें रेयर साइड इफेक्ट हो सकते हैं. यह वैक्सीन रक्त के थक्के जमाने संबंधी दुष्प्रभाव उत्पन्न कर सकता है, लेकिन इनके बीच कोई संबंध होने की जानकारी नहीं है.

ब्रिटेन के एक अखबार ने अदालती दस्तावेज के हवाले से यह दावा किया है. एस्ट्राजेनेका वैक्सजेव्रिया टीके का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने भी किया था और इस टीके को भारत में कोविशील्ड नाम से जाना जाता है.

डीएनए हिंदी का मोबाइल एप्लिकेशन Google Play Store से डाउनलोड करें.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.