सीताराम येचुरी की बॉडी आएगी रिसर्च के काम, परिवार ने किया डोनेट करने का फैसला

Written By सुमित तिवारी | Updated: Sep 12, 2024, 06:15 PM IST

Sitaram Yechury: गंभीर बीमारी के चलते (सीपीआई-एम) के महासचिव सीताराम येचुरी का दिल्ली एम्स में इलाज के दौरान निधन हो गया. उनके निधन के बाद परिवार ने बॉडी को एम्स को डोनेट का फैसला लिया है.

Sitaram Yechury: मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई-एम) के महासचिव सीताराम येचुरी पिछले कई दिनों से भंगीर बीमारी से जूझ रहे थे. जानकारी के मुताबिक उनको सांस लेने में तकलीफ हो रही है साथ ही सीने में दर्द होने की वजह से निमोनिया भी हो गया था. उनकी हालात नाजुक होने के कारण उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान गुरुवार को उनका निधन हो गया. (सीपीआई-एम) नेता ने 72 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. 

सीताराम येचुरी येचुरी के निधन के बाद परिवार ने उनकी बॉडी को डोनेट करने का फैसला लिया गया है. सीताराम येचुरी की बॉडी को AIIMS को डोनेट किया जाएगा. सीताराम येचुरी का निधन दोपहर करीब 3.05 बजे हुआ है. वरिष्ठ नेता को एक्यूट रेस्पिरेटी ट्रैक्ट इन्फेक्शन के चलते 19 अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था. परिवार ने उनकी बॉडी को शिक्षण और अनुसंधान उद्देश्यों के लिए एम्स दिल्ली को डोनेट कर दिया है. 


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जानकारी के मुताबिक येचुरी के पार्थिव शरीर को आज गुरुवार को वसंत कुज स्थित आवास पर ले जाया जाएगा. इसके बाद कल शाम शुक्रवार को करीब 6 बजे पार्टी कार्यलय में अंतिम दर्शन का कार्यक्रम रखा गया है. एम्स प्रशासन के मुताबिक अंतिम दर्शन कार्यक्रम के बाद पार्थिव शरीर को फिर से एम्स के हवाले कर दिया जाएगा. 

JNU से की थी PHD
सीताराम येचुरी के पिता सर्वेश्वर सोमयाजुला येचुरी आंध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में इंजीनियर थे और उनकी माता जी वहीं जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से उन्होंने एमए की पढ़ाई की थी. येचुरी का राजनीतिक सफर भी यहीं से सुरू हुआ था. येचुरी ने यही से पीएचडी की पढ़ाई भी शुरू कर दी थी. 

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