सीपीएम के महासचिव और पूर्व राज्यसभा सांसद सीताराम येचुरी की सोमवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई. उन्हें दिल्ली AIIMS अस्पताल के भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि उन्हें निमोनिया हो गया है. जिसकी वजह से उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. येचुरी को एम्स लाया गया, जहां से उन्हें ICU वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. जहां डॉक्टरों की एक टीम उनका इलाज कर रही है. फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है.
सीताराम येचुरी को 19 अप्रैल 2015 को सीपीएम का महासचिव बनाया गया था. इसके बाद उन्हें 2016 में सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार मिला था. सीताराम येचुरी भारतीय राजनीति के जाने-माने चेहरा हैं. वह एक तमिल ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखते हैं.
2005 में पहली बार पहुंचे राज्यसभा
सीताराम येचुरी 1974 में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) से जुड़े थे. इसके बाद वह भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के सदस्य बन गए. 2005 में येचुरी पहली बार पश्चिम बंगाल से चुनकर राज्यसभा पहुंचे थे. 18 अगस्त 2017 तक वह राज्यसभा सदस्य रहे. इस दौरान उन्होंने कई जनहित के बड़े मुद्दे उठाए.
JNU से रहा खास कनेक्शन
सीताराम येचुरी और प्रकाश करात जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के छात्र रहे हैं. उन्होंने जेएनयू को वामपंथ का गढ़ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. येचुरी ने जेएनयू से अर्थशास्त्र में मास्टर्स किया था. फिर उन्होंने पीएचडी में दाखिला लिया लेकिन आपातकाल के दौरान गिरफ्तार हो जाने की वजह से उनकी पीएचडी पूरी नहीं हो पाई. सीपीएम के इस दिग्गज नेता ने कई किताबें लिखी. इनमें ‘यह हिन्दू राष्ट्र क्या है’, ‘घृणा की राजनीति’, ’21वीं सदी का समाजवाद’ जैसी किताबें शामिल हैं.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.