डीएनए हिंदी: मणिपुर के चुराचांदपुर में छुट्टी पर अपने गांव आए सीआरपीएफ के एक कोबरा कमांडो की शुक्रवार को सशस्त्र हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी. अधिकारियों ने बताया कि 204वीं कोबरा बटालियन के डेल्टा कंपनी के कांस्टेबल चोनखोलेन हाओकिप की दोपहर में हत्या कर दी गई. वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि किन परिस्थितियों में उनकी हत्या की गयी लेकिन कहा जाता है कि पुलिस की वर्दी पहने कुछ हमलावर उनके गांव में घुसे और उनकी हत्या कर दी.
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की गुरिल्ला युद्ध में माहिर शाखा ‘कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन’ (कोबरा) में मुश्किल परिस्थितियों में काम करने वाले और शारीरिक रूप से बिल्कुल फिट जवान ही शामिल हो सकते हैं. इसकी 10 में से ज्यादातर बटालियन को छत्तीसगढ़ और झारखंड में नक्सल विरोधी अभियानों में तैनात किया जाता है जबकि कुछ यूनिट को देश के पूर्वोत्तर हिस्से में उग्रवाद विरोधी अभियानों में भी तैनात किया जाता है.
बता दें कि मणिपुर में हिंसा के बाद स्थिति बद से बदतर होती जा रही है. आदिवासियों और बहुसंख्यक मेइती समुदाय के बीच हिंसा इतनी बढ़ गई है कि हालात बेकाबू हो गए हैं. जगह-जगह हिंसा हो रही हैं. मणिपुर सरकार ने शूट एट साइट का ऑर्डर जारी कर रखा है. अब तक 9,000 लोगों को अलग-अलग गांवों से विस्थापित कर दिया गया है.
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चप्पे-चप्पे पर जवान तैनात
हिंसा को रोकने के लिए सेना और असम राइफल्स की 55 टुकड़ियां तैनात की गई हैं. सेना ने स्थिति बिगड़ने की स्थिति में तैनाती के लिए 14 टुकड़ियों को स्टैंडबाय पर रखा है. कई इलाकों में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 144 लागू की गई है. यह आदेश संवेदनशील इलाकों में भड़की हिंसा को रोकने के लिए और उपद्रवियों को नियंत्रित करने के लिए जारी किया जाता है. (इनपुट- भाषा)
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