डीएनए हिंदी: चक्रवात बिपरजॉय तेजी से बढ़ रहा है. भारतीय मौसम विभाग ने चक्रवात के मद्देनजर अलर्ट जारी कर दिया है. तूफान का असर केरल और मुंबई में दिखने लगा है. इन इलाकों में समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठती नजर आ रही हैं. वहीं तेज हवाएं भी चल रही हैं. मौसम विभाग के अनुसार Biparjoy 15 जून दोपहर में गुजरात के कच्छ जिले के मांडवी के आसपास टकराएगा. विभाग की मानें तो जखाऊ बंदरगाह के निकट गुरुवार शाम चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के भारी नुकसान की आशंका है. इसके मद्देनजर गुजरात के विभिन्न तटीय जिलों से 21,000 लोगों को सुरक्षित जगह पर भेज दिया गया है.
वहीं, चक्रवाती तूफान के खतरे को देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की. वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुइ इस बैठक में गुजरात के मुख्यमंत्री, राज्य के गृह मंत्री और 8 जिलों के प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए. बैठक के बाद अमित शाह ने कहा कि घबराने की कोई बात नहीं है. प्रशासन ने पूरी तैयारी कर रखी है. चक्रवर्ती तूफान से प्रभावित 8 जिलों में NDRF की 17 और SDRF की 12 टीमें तैनात की गई हैं.
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8000 करोड़ की आपदा प्रबंधन योजनाओं का ऐलान
अमित शाह ने गलवार को आपदा प्रबंधन के लिए 8000 करोड़ रुपये से अधिक की तीन प्रमुख योजनाओं की घोषणा की. गृहमंत्री ने बताया कि राज्य में अग्निशमन सेवाओं के विस्तार और आधुनिकीकरण के लिए कुल 5,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इसके अलावा सात सबसे अधिक आबादी वाले महानगरों के लिए 2,500 करोड़ रुपये खर्च के लिए दिए जाएंगे. इनमें मुंबई, चेन्नई, कोलकाता बेंगलुरु, हैदराबाद, अहमदाबाद और पुणे शामिल हैं. शहरी बाढ़ के जोखिम को कम करने और भूस्खलन शमन के लिए 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 825 करोड़ रुपये की राष्ट्रीय भूस्खलन जोखिम शमन योजना तहत खर्च किए जाएंगे.
चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के गुजरात के तटीय क्षेत्र के पास कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगार के निकट पहुंचने की संभावना के मद्देनजर मंगलवार को बचाव अभियान को और तेज किया जाएगा और सरकार तट से 10 किलोमीटर के इलाके में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाएगी. कच्छ, पोरबंदर, देवभूमि द्वारका, जामनगर, जूनागढ़ और मोरबी तटीय जिलों के प्राधिकारियों ने तटरेखा के निकट रह रहे लोगों को किसी सुरक्षित जगह ले जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. उन्होंने बताया कि तट से 10 किलोमीटर के इलाके में रह रहे हजारों लोगों को मंगलवार से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाएगा.
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भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोशल मीडिया पर कहा, ‘‘वीएससीएस (बहुत प्रचंड चक्रवाती तूफान) बिपारजॉय 13 जून, 2023 को भारतीय समयानुसार देर रात ढाई बजे (सोमवार को आधी रात के बाद) पूर्वोत्तर और आस-पास के पूर्वी मध्य अरब सागर में पोरबंदर से लगभग 290 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम और जखाऊ बंदरगाह से 360 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था. यह 15 जून की शाम तक वीएससीएस के रूप में जखाऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र और कच्छ से गुजरेगा.
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