डीएनए हिंदी: चक्रवात मोचा (Cyclone Mocha) तेज रफ्तार से उत्तर पूर्व की ओर बढ़ रहा है. मोचा ने 12 मई को सुबह खतरनाक तूफान का रूप ले लिया है. इससे अब 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका है. मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चक्रवात मोचा की रफ्तार को देखते हुए अगले तीन दिनों तक रेड अलर्ट जारी किया है. आईएमडी ने कहा कि आने वाले दिनों में चक्रवात और तेज होगा और उत्तर, उत्तर-पूर्व में भारी तबाही मचा सकता है.
मौसम विभाग ने त्रिपुरा, मिजोरम, नागालैंड, असम और मणिपुर भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. सभी राज्यों को संबंधित अधिकारियों से जान-माल के नुकसान को रोकने के लिए एहतियाती उपाय करने को कहा है. पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की 8 टीमों को तैनात किया गया है. बंगाल सरकार ने चक्रवात मोचा की संभावित तबाही से निपटने के लिए ऐहतियाती कदम उठाए हैं और राज्य के निचले और तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों की ओर भेज दिया गया है.
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अधिकारी के मुताबिक, पूर्व मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना जिलों के निचले तटीय इलाकों और सुंदरवन के कुछ इलाकों में सुरक्षित आश्रयों में तिरपाल, पीने के पानी के पैकेट, दूध पाउडर, सूखा भोजन, शिशु आहार और दवाएं भेजी गई हैं. हालांकि, मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि चक्रवात पश्चिम बंगाल को चकमा देगा, लेकिन हमने चक्रवात के रुख में किसी भी प्रकार का बदलाव होने की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सभी ऐहतियाती कदम उठाए हैं. हमने दक्षिण 24 परगना, पूर्व मेदिनीपुर के निचले तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित आश्रयों में स्थानांतरित कर दिया है और इन क्षेत्रों में पर्याप्त राहत सामग्री भेजी गई है.
NDRF की 8 टीमें अलर्ट पर
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि चक्रवाती तूफान मोचा के बांग्लादेश-म्यांमा सीमा पर रविवार को दस्तक देने की आशंका है. अधिकारी ने कहा कि आपदा प्रबंधन दल, नागरिक स्वयंसेवक समूह पर्यटकों के बीच लोकप्रिय दीघा, शंकरपुर, बक्खाली क्षेत्रों में पहुंच गए हैं. मछुआरों और पर्यटकों को शुक्रवार से 3 दिनों तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की 8 खोजी और बचाव इकाइयां पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा पहुंच गई हैं.
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