बंगाल में तूफान का खतरा, 135KM की रफ्तार से बढ़ रहा Cyclone Remal, एयरपोर्ट बंद और फ्लाइट कैंसिल

Written By रईश खान | Updated: May 26, 2024, 12:49 AM IST

Remal cyclone

Cyclone Remal Update: मौसम विभाग ने मछुआरों को 27 मई की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भाग में समुद्र में न जाने की चेतावनी दी है. चक्रवात रेमल कल रात पश्चिम बंगाल तट से टकरा सकता है.

बंगाल की खाड़ी में बना दबाव चक्रवात में बदल गया है. चक्रवाती तूफान रेमल वर्तमान में सागर द्वीप से 350 किमी दूर है. चक्रवात रेमल के कारण कोलकाता एयरपोर्ट पर रविवार दोपहर 12 बजे से 21 घंटे यानी सोमवार सुबह 9 बजे तक उड़ान सेवाएं बंद रहेंगी. इसके साथ ही पूर्व रेलवे और दक्षिण पूर्व रेलवे की दर्जनों ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है.

पश्चिम बंगाल में भीषण चक्रवात रेमल  (Cyclone Remal) का खतरा मंडरा रहा है. इस तूफान के कारण 110-120 किमी प्रति घंटे से लेकर 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. इसके रविवार आधी रात (26 मई) को पश्चिम बंगाल तट से टकराने की संभावना है. इसके चलते कोलकाता एयरपोर्ट को रविवार दोपहर 12 बजे से सोमवार सुबह 9 बजे तक उड़ान सेवाएं बंद रहेंगी.

इसके अलावा चक्रवाती तूफान की वजह से पूर्व रेलवे और दक्षिण पूर्व रेलवे की दर्जनों ट्रेनों की भी रद्द किया गया है. मौसम विभाग (IMD) ने चक्रवात के मद्देनजर पश्चिम बंगाल, ओडिशा और उत्तर-पूर्वी राज्यों के लिए बहुत भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की है. आईएमडी ने अलर्ट जारी करते हुए कहा, 'पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी पर बना दबाव पिछले 6 घंटों के दौरान 15 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ गया है. यह एक गहरे दबाव में बदल गया है. यह सुबह 5:30 बजे सागर द्वीप समूह (पश्चिम बंगाल) से लगभग 380 किमी दक्षिण-पूर्व में और कैनिंग (पश्चिम बंगाल) से 530 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में केंद्रित हो गया.'

बंगाल के इन जिलों में बाढ़ का खतरा
मौमस विभाग ने इस चक्रवात की वजह से पश्चिम बंगाल के उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों में फूस के घरों, फसलों, पेड़ों के उखड़ने और निचले इलाकों में बाढ़ से बड़े नुकसान होने की आशंका जताई है. वहीं इस गंभीर चक्रवात के खतरे से बिजली और संचार लाइनों को भारी नुकसान हो सकता है. इस बीच चक्रवात की तैयारियों की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति ने बैठक की.

MD ने 26-27 मई को पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में 27-28 मई को अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है. तूफान के दस्तक देने के समय समुद्र में 1.5 मीटर ऊंची लहरें उठने की आशंका है, जिससे तटीय पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के निचले इलाके डूब सकते हैं.

मछुआरों को जारी की चेतावनी
मौसम विभाग ने मछुआरों को 27 मई की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भाग में समुद्र में न जाने की चेतावनी दी है. मौसम विभाग ने 26 और 27 मई को पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों (दक्षिण और उत्तर 24 परगना) के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। यहां कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान है.