डीएनए हिंदी: भारतीय मौसम विभाग ने शुक्रवार को बताया कि दक्षिण पूर्वी और उससे लगते दक्षिणी पश्चिमी अरब सागर में एक कम दाब का क्षेत्र दबाव क्षेत्र में बदल गया है, जिससे 21 अक्तूबर को चक्रवाती तूफान आने की आशंका जताई गई है. आईएमडी के मौसम ने बताया कि अगले 48 घंटों में दक्षिण-पूर्व और इससे सटे पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है. हिंद महासागर क्षेत्र में चक्रवातों के नामकरण के लिए अपनाए गए फॉर्मूले के अनुसार इसे 'तेज' कहा जाएगा.
आईएमडी ने बताया कि दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के ऊपर दबाव का क्षेत्र विकसित हो गया है, जो 21 अक्तूबर की सुबह तक चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. मौसम वैज्ञानिकों ने यह भी चेतावनी दी है कि कभी-कभी, तूफान पूर्वानुमानित ट्रैक और तीव्रता से अलग रूप दिखा सकते हैं. जैसा कि चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के मामले में देखा गया था. ‘बिपरजॉय’ जून में अरब सागर में बना था और शुरू में उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने के बाद गुजरात में मांडवी और पाकिस्तान में कराची की तरफ गुजरा था.
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मुंबई में जारी किया गया अलर्ट
चक्रवाती तूफान के कारण महाराष्ट्र शहर में मौसम परिवर्तन के बारे में चेतावनी जारी की है. मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर के अनुसार, अधिकांश मॉडल संकेत देते हैं कि तूफान यमन-ओमान तट की ओर बढ़ रहा है. वहीं, वैश्विक पूर्वानुमान तंत्र इसके अरब सागर के गहरे मध्य भागों में स्थित होने पर पाकिस्तान और गुजरात के तट की ओर बढ़ने की संभावना जता रहे हैं. यदि चक्रवात 'तेज' बनता है, तो इससे मुंबई, पुणे और दक्षिण कोंकण क्षेत्रों में मौसम प्रभावित होने की संभावना है.
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