डीएनए हिंदी: भारतीय तटीय राज्य बंगाल की खाड़ी में इन दिनों चक्रवात का खतरा मंडरा रहा है. बंगाल की खाड़ी में दो स्थानों पर कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जो तूफान में बदल सकता है. अगर यह तूफान आपस में मिल जाते हैं तो स्थिति और भयावह होने की आशंका जताई जा रही है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अगर यह तूफान चक्रवात में बदल जाता है तो ओडिशा के तटीय इलाकों में 45 से 65 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चल सकती हैं.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले 24 घंटे में दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बनने के कारण दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. इसके पश्चिम-पश्चिमोत्तर की ओर बढ़ने और 16 नवंबर के आसपास पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक दबाव के रूप में केंद्रित होने का अनुमान है. अधिकारियों ने कहा कि लगातार हो रही बारिश के कारण अरियालुर, तंजावुर, विल्लुपुरम, तिरुवन्नामलाई, नागपट्टनम, तिरुवरूर और कुड्डालोर जिलों में विद्यालयों में छुट्टी घोषित करनी पड़ी.
पूर्वानुमान में कहा गया है कि चेन्नई समेत कम से कम 15 जिलों में मंगलवार को भारी बारिश होने का अनुमान है. इस बीच पुडुचेरी में बारिश का दौर मंगलवार को भी जारी रहा, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है. बारिश की वजह से सड़कों पर कुछ ही वाहन नजर आ रहे हैं. पुडुचेरी के गृह मंत्री ए. नमस्सिवयम ने कहा कि तूफानी मौसम और रुक-रुककर हो रही बारिश के कारण पुडुचेरी और कराईकल क्षेत्रों में सभी स्कूल और कॉलेज बंद रखे गए हैं.
मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की सलाह
पुडुचेरी के मत्स्य पालन और मछुआरा कल्याण विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि मछुआरों को खराब मौसम के कारण दो दिन तक समुद्र में न जाने के लिए कहा गया है. प्रवक्ता ने कहा कि आईएमडी ने इस संबंध में एक परामर्श भी जारी किया है. चेन्नई में क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के उपमहानिदेशक एस. बालचंद्रन ने कहा कि तटीय जिलों और कुछ अंदरूनी जिलों में अगले दो दिनों में भारी बारिश जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि चेन्नई और इसके उपनगरों में अगले कुछ दिनों में मध्यम से भारी बारिश होगी.