Dattatreya Hosabale फिर बने RSS के सरकार्यवाह, संघ और राम मंदिर पर कही बड़ी बात

Written By स्मिता मुग्धा | Updated: Mar 17, 2024, 02:52 PM IST

दत्तात्रेय हासबोले

Dattatreya Hosabale: दत्तात्रेय होसबाले को फिर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का सरकार्यवाह चुना गया है. नागपुर में संघ कार्यालय में उन्हें फिर से इस पद की जिम्मेदारी सौंपी गई.  

दत्तात्रेय होसबाले को फिर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) सरकार्यवाहक चुना गया है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से इसकी सूचना एक्स पर भी दी गई है. नागपुर में आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा ने रविवार को दत्तात्रेय होसबाले को सरकार्यवाह के तौर पर दोबारा निर्वाचित किया है. उन्होंने पद संभालने के साथ ही कहा कि राम मंदिर निर्माण के बाद देश में अलग माहौल है. यह राष्ट्रीय अस्मिता का प्रतीक है. उन्होंने यह भी कहा कि संघ भारत के लोगों के दिलों में बसता है और वह इसकी मर्यादा को आगे ले जाने का काम करेंगे.

दोबारा चुने जाने पर सबका शुक्रिया अदा किया 
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का सरकार्यवाहक चुने जाने पर दत्तात्रेय होसबाले ने सबका शुक्रिया अदा किया. उन्होंने यह भी कहा कि संघ के कार्यकर्ताओं की संख्या लगातार बढ़ रही है. प्रतिनिधियों की संख्या को देखते हुए इस बार मैदान में यह आयोजन किया गया है  और यह देखना खुशी की बात है. उन्होंने यह भी कहा कि संघ लोगों के दिलों में बसता है. 


यह भी पढ़ें: अरविंद केजरीवाल को ED का 9वां समन, आतिशी ने कहा- जेल में डालना है मकसद


Lok Sabha Election 2024 से पहले अहम है नियुक्ति
दत्तात्रेय होसबाले 2021 से ही इस पद पर हैं और अब अगले 3 साल के लिए उन्हें फिर से यह जिम्मेदारी दी है. इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिहाज से यह महत्वपूर्ण नियुक्ति है. संघ की ओर से कभी भी सक्रिय चुनाव में हिस्सेदारी नहीं की जाती है, लेकिन संगठन के स्तर पर बीजेपी के लिए यह बहुत बड़ी ताकत है. 

संघ मुख्यालय में 6 साल बाद हुई यह बैठक 
आरएसएस की तीन दिवसीय अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की यह बैठक नागपुर में हो रही है. बैठक रेशिमबाग में स्मृति भवन परिसर में शुक्रवार को शुरू हुई थी. इस बार छह साल के बाद यह बैठक संघ मुख्यालय में हो रही है. देश भर से संघ प्रतिनिधि बैठक में हिस्सा लेने के लिए नागपुर पहुंचे थे. दत्तात्रेय होसबाले को फिर से सरकार्यवाह चुने जाने का फैसला लिया गया. 


यह भी पढ़ें: Uttarakhand में क्या हैं BJP की चुनौतियां, कौन से मुद्दे रहेंगे हावी?  


डीएनए हिंदी का मोबाइल एप्लिकेशन Google Play Store से डाउनलोड करें.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.