डीएनए हिंदी: भारत में वैक्सीनेशन की मौजूदा स्थिति के अनुसार 12 साल और उससे अधिक उम्र का कोई भी बच्चा या व्यक्ति वैक्सीनेशन करवाने योग्य है. यह वैक्सीनेशन अभियान पुरजोर तरीके से चलाया जा रहा है. अब इस अभियान में 7-11 साल की उम्र तक के बच्चों को भी जल्द शामिल किया जा सकता है. इस मामले में भारत के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण ने शुक्रवार को 7-11 साल की आयु के बच्चों के लिए सीरम इंस्टीट्यूट की Covovax के आपातकालीन उपयोग की सिफरिश की है. अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इस सिफारिश को अंतिम मंजूरी के लिए DCGI को भी भेज दिया गया है.
बताया जा रहा है कि वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग से जुड़ी यह एप्लीकेशन 16 मार्च को प्रकाश कुमार सिंह की तरफ से भेजी गई थी. इस पर अप्रैल में हुई एक्सपर्ट पैनल मीटिंग में और डाटा मांगा गया था. इस पर अधिक जानकारी भी कंपनी की तरफ से उपलब्ध करा दी गई है. इस पर DCGI के एक्सपर्ट पैनल ने अपनी मुहर लगा दी है. अब इस पर DCGI की अंतिम मंजूरी का इंतजार है. इसके बाद कंपनी को वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेामल की मंजूरी मिल जाएगी. इसके बाद देशभर के अस्पतालों के जरिए इस वैक्सीन को बच्चों को लगाया जाएगा.
ये भी पढ़ें- Covid के मामलों में फिर क्यों आ रहा है उछाल, ये चार वेरिएंट्स हैं वजह, पढ़ें क्या कहती है रिपोर्ट
बता दें कि भारत के ड्रग रेगुलेटर DCGI ने पिछले साल 28 दिसंबर को व्यस्कों में कोवोवैक्स वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दे दी थी और 12-17 साल के बच्चों के लिए इसे कुछ शर्तों के साथ बीते 9 मार्च को मंजूरी दी गई थी. 16 मार्च से ही बच्चों में इस वैक्सीनेशन की शुरुआत भी हो गई थी.
ये भी पढ़ें- अमेरिका में अब 6 महीने के बच्चों को भी लगेगी वैक्सीन, FDA से मिली हरी झंडी
कोविड-19 वैक्सीनेशन का अगला चरण पिछले साल 1 मार्च को 60 साल से ज्यादा आयु के लोगों और 45 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए शुरू हुआ था. वहीं देशभर में टीकाकरण अभियान पिछले साल 16 जनवरी को शुरू किया गया था, जिसमें स्वास्थ्य कर्मियों को पहले चरण में टीका लगाया गया था. हेल्थकेयर वर्कर्स के लिए टीकाकरण पिछले साल दो फरवरी से शुरू हुआ था.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.